देश की किसान नए कृषि बिलों के विरोध में 25 नवंबर से सड़कों पर हैं। किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आने वाले कई बॉर्डर पर मोर्चा जमाया हुआ है। सरकार और किसानों के बीज कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया। इस बीच बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव पर निशाना साधा है।
अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’देश में अशांति फैलाने के लिए योगेंद्र यादव को गिरफ्तार किया जाए। एक असफल राजनेता जिसकी चुनाव में जमानत जब्त हो गई, देश की आंतरिक सुरक्षा से खिलवाड़ मंजूर नहीं है। अशोक पंडित के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
सुधाकर मिश्रा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’सिर्फ योगेंद्र यादव ही नहीं, दर्शन पाल, टिकैत और युद्धवीर को भी गलत बयानबाजी और लोग किसानों को उकसाने के लिए कस्टडी में लिया जाए।’ एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है,’आज वो बिल्कुल वही काम कर रहा है जो सीएए विरोधी हिंसा के दौरान स्वरा भास्कर कर रही थी। केंद्र सरकार को इस प्रकार के लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए।’
…@_YogendraYadav should be arrested for creating unrest in the country .
A failed politician who has lost deposit in elections , a total sell out to the enemy countries should not be allowed to play with the internal security of the country.— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 10, 2021
वरुण नेगी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’योगेंद्र यादव को उमर खालिद की तरह जेल में डाला जाए, वो हर बार दिक्कत खड़ी करता है।’ अलका नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा है,’योगेंद्र यादव को जेल में डाला जाए क्योंकि वही वो शख्स है जो सड़कों पर ड्रामा क्रिएट कर रहा है।’ ललित कुमार कौल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा,’वो उनमें से एक है, जबकि केजरीवाल, ममता, ओवैसी सोनिया गांधी जैसे लोग लंबे समय से घूम रहे हैं।’ एक अन्य ट्विटर यूजर ने अशोक पंडित पर निशाना साधते हुए लिखा है,’आप ज्ञान ना दें तो ही अच्छा होगा।’
बंटी नाम के यूजर ने लिखा है,’हां अब वो किसान आंदोलन में है अब तो आप गिरफ्तारी की मांग करेंगे ही। किसान शांति से प्रदर्शन कर रहे हैं तब भी आपको अच्छे नहीं लग रहे। जब सीएए विरोधी प्रदर्शनों में दिल्ली की सड़कों पर हिंसा हुई थी तो सरकार ने क्या कर लिया था। स्वरा भास्कर जैसे लोग आज भी आजाद घूम रहे हैं।’