राकेश टिकैत किसान आंदोलन का सबसे प्रमुख चेहरा हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते और MSP पर कानून नहीं बनता, वो घर नहीं लौटेंगे। आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए विभिन्न राज्यों में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में ‘रेल रोको’ आंदोलन भी किया गया। राकेश टिकैत मीडिया का महत्व भी बखूबी समझते हैं और वो अक्सर टीवी चैनलों पर दिखते हैं। हाल ही में वो एनडीटीवी के कार्यक्रम ‘मुकाबला’ में शामिल हुए।
राकेश टिकैत ने इस दौरान केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वो किसानों की हकीकत बिल्कुल नहीं जानती। नरेंद्र मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि वो केवल अपने उद्योगपति मित्रों की मदद करना चाहते हैं। राकेश टिकैत ने उस वक्त की याद दिलाई जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और एमएसपी पर केंद्र को सलाह देते थे।
वो बोले, ‘जब नरेंद्र मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री थे, उस दौरान 2011 में उनकी अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई थी। उस मीटिंग में उन्होंने कहा था कि एमएसपी पर कानून बनना चाहिए। अगर ये वहां से सुझाव दे सकते हैं, मनमोहन सिंह उस वक्त प्रधानमंत्री थे, उन्हें वो सुझाव दे सकते हैं, आज इनके हाथ में पॉवर है, अपने सुझाव को ही आज मान क्यों नहीं लेते?’
जब राकेश टिकैत से ये सवाल पूछा गया कि देश का विपक्ष मजबूत है तो उनका जवाब था नहीं। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष मजबूत होता तो हम सड़कों पर नहीं होते। वो बोले, ‘ये काम तो विपक्ष के होते हैं। BJP वाले विपक्ष में थे तो हमारे साथ थे। इन सभी मुद्दों पर हमने साथ ही लड़ाई लड़ी। कांग्रेस हटवा दी और ये सत्ता में आ गए। हम किसानों का काम लड़ना ही रह गया।’
आपको बता दें कि किसान आंदोलन को संगठित तरीक़े से चलाने वाले संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 23 फरवरी को ‘पगड़ी संभाल दिवस’ मनाने का ऐलान किया गया है। इस दिन को अजित सिंह और स्वामी सहजानंद सरस्वती की याद में मनाने का फैसला किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस दिन किसान अपने आत्मसम्मान का इजहार करते हुए अपनी क्षेत्रीय पगड़ी पहनेंगे।