किसान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक राकेश टिकैत का एक बयान एक बार फिर से काफी सुर्खियों में है। इस बयान के दावों ने भारतीय जनता पार्टी के अंदर हलचल पैदा कर दी है। दरअसल राकेश टिकैत ने दावा किया है कि इसी महीने किसान आंदोलन के समर्थन में एक भाजपा सांसद का इस्तीफा होगा। हालांकि टिकैत ने अभी उस सांसद के नाम का खुलासा नहीं किया है। इस दावे के बाद देश में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि राकेश टिकैत जिस भाजपा सांसद के इस्तीफे की बात कर रहे हैं, वो सांसद पश्चिमी उत्तर-प्रदेश या हरियाणा या पंजाब से हो सकता है।
एक भाजपा विधायक पहले ही दे चुके हैं इस्तीफा- बता दें कि कुछ दिन पहले ही मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी विधायक अवतार सिंह भडाना ने इस्तीफा दे दिया था। कहा जाता है कि उन्होंने यह इस्तीफा किसान आंदोलन के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में दिया है।
समर्थन जुटाने के लिए करेंगे पांच राज्यों का दौरा- किसान नेता राकेश टिकैत इसी महीने पांच राज्यों का दौरा करेंगे। किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा है कि राकेश टिकैत मार्च में राजस्थान, मध्य प्रदेश कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना का दौरा करेंगे और किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटाएंगे।
राकेश टिकैत का कहना है कि यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार तीनों कानून को वापस नहीं ले लेती और एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बना देती।
उनका यह भी कहना है कि हम विपक्षी पार्टियों को किसान आंदोलन में शामिल करके राजनीति नहीं कर रहे हैं और ना कि किसी को आंदोलन का समर्थन करने से रोक रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में रैली करने के सवाल पर टिकैत का कहना है कि हमलोगों पर किसी का कोई प्रतिबंध नहीं है। जहां हम चाहेंगे, वहां सभा करेंगे। हमारे आंदोलन का उद्देश्य है कि केन्द्र सरकार कृषि कानून वापस ले। हमें राज्य सरकारों से कोई मतलब नहीं है।
रोटी पर व्यापार बर्दाश्त नहीं- राकेश टिकैत ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि रोटी पर व्यापार बर्दाश्त नहीं, अनाज तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे। भूख पर व्यापार करने वाले लोग कान खोल कर सुन लें। भूख पर रोटी की कीमत तय नही होने देंगे। रोटी को तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे और ना ही रोटी को बाजार की वस्तु बनने देंगे।