मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बीते रविवार को सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने पीएम मोदी से हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा था कि जब किसानों के विरोध पर चर्चा करने के लिए उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की तो वह ‘अहंकार’ में थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ उनकी बहस भी हो गई थी। इस मामले को लेकर अब पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने गवर्नर सत्यपाल मलिक का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा।

पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने गवर्नर सत्यपाल मलिक का जिक्र करते हुए ट्वीट में लिखा, “गवर्नर सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी के गुरूर की पोल खोल दी। किसानों से इतनी नफरत क्यों? प्रधानमंत्री मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के बीच रिश्तों का सच भी बता दिया इशारों-इशारों में।” इसके अलावा पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने सत्यपाल मलिक के बयान को लेकर एक वीडियो भी साझा किया।

वीडियो में सत्यपाल मलिक के बारे में बात करते हुए पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कहा, “भाजपा ने उनका बजरबट्टू बनाकर छोड़ दिया है। पहले जम्मू और कश्मीर, फिर गोवा, फिर उड़ीसा व बिहार का चार्ज उन्हें थमा दिया।” पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह की इस पोस्ट पर अब सोशल मीडिया यूजर भी खूब कमेंट कर रहे हैं।

विजय कुमार शर्मा नाम के यूजर ने लिखा, “यह अपना एजेंडा पूरा करने के लिए नाटक कर रहे हैं। यह सभ जानते हैं।” राकेश तिवारी नाम के यूजर ने पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “अपनी आदत के अनुरूप, कुछ ही घंटे का स्पष्टीकरण दे दिया है। इसलिए ऐसे लोगों पर प्रतिक्रिया देने में जल्दी मत कीजिए।”

सत्यपाल मलिक का बयान: बता दें कि सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी संग हुई बैठक पर चर्चा करते हुए कहा था, “मैं जब किसानों के मामले में उनसे मिला तो मेरी पांच मिनट में ही उनसे लड़ाई हो गई। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा कि हमारे 500 लोग मारे गए तो उनहोंने कहा कि मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा कि मरे तो आपके लिए ही थे, क्योंकि आप राजा जो बने हुए हो। इसको लेकर मेरा उनसे झगड़ा हो गया।”

इससे इतर सपा नेता आईपी सिंह ने भी प्रदेश की योगी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “लूट का पैसा अपने मंतरियों के घरों से कब निकालेंगे योगी जी? 5 वर्ष में 22 सौ करोड़ रुपये की लागत से आपका मेडिकल कॉलेज कैसे बनकर तैयार हुआ? जबकि मठ पर चढ़ावा 5-10 हजार रुपये से ज्यादा नहीं चढ़ता। मठ के स्कूलों में महंगी ग्रेनाइट कैसे लगी, कहां से उसका पैसा आया?”