लखनऊ में सहायक शिक्षा भर्ती को लेकर कैंडल मार्च निकाल रहे युवाओं पर बीते रविवार को पुलिस ने लाठियां बरसाईं। युवा यूपी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का आरोप लगाते हुए कैंडल मार्च निकाल रहे थे। लेकिन इसी बीच वहां पर पुलिस पहुंच गई और उनपर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर दिग्गजों के साथ-साथ आम लोगों में आक्रोश देखने को मिला। मामले को लेकर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह व पूर्व आईपीएस विजय शंकर सिंह ने सरकार को घेरा और खूब नाराजगी भी जताई।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने युवाओं पर बरसाई गईं लाठियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “अंत निकट है, निश्चित है। लाठी खाकर ‘वह’ अचेत सा गिर पड़ा, अताताईयों को दया नहीं आई।” पूर्व आईएएस यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, “अंत आ गया, इस सरकार का अंत आ गया।” वहीं दूसरे ट्वीट में लिखा, “उतना ही अत्याचार करो, जितना झेल सको तानाशाहों।”
पूर्व आईएएस ने मामले को लेकर योगी सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “अत्याचार दमदार, काम दागदार, योगी सरकार।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी लाठीचार्ज को लेकर भड़के नजर आए। उन्होंने इस घटना को लेकर भाजपा को घेरा और लिखा, “रोजगार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां दीं। जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना।”
राहुल गांधी व पूर्व आईएएस के अलावा पूर्व आईपीएस ने भी युवाओं पर हुई लाठीचार्ज को लेकर सरकार को घेरा और लिखा, “बेरोजगार युवा नौकरी की मांग को लेकर लखनऊ में एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाल रहे थे। पुलिस ने उनपर बल प्रयोग किया। किसान आंदोलन से यह सीख लेने की जरूरत है कि संगठित होकर, शांतिपूर्ण आंदोलन की राह से ही लक्ष्य पाया जा सकता है। सरकार की प्राथमिकता में, शिक्षा है ही नहीं।”
युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आम लोगों में भी आक्रोश देखने को मिला। सुमन सौरव नाम के यूजर ने मामले पर सरकार को घेरते हुए लिखा, “क्या अब हम इसे ही अच्छे दिन समझें। हमें अपने हक के लिए बोलने का भी मौका नहीं दिया जा रहा, वाह रहे हम सबके अच्छे दिन।” मयंक जोशी नाम के यूजर ने लिखा, “योगी संत का यूपी में अब अंत निश्चित है।”
विश्वजीत कुमार नाम के यूजर ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “वोट देते समय यह याद रखना।” रोहित शुक्ला नाम के यूजर ने सरकार को घेरते हुए लिखा, “इस सरकार ने जनता को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है।”