कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए कृषि बिलों के विरोध में अपना वक्तव्य दिया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भी सौंपा। टीवी डिबट्स में कल राहुल गांधी के भाषण पर खूब चर्चा हुई। ज़ी न्यूज़ के प्राइम टाइम शो ‘डीएनए’ में सुधीर चौधरी ने भी राहुल गांधी के भाषण का विश्लेषण किया। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को एक मीठी गोली बताया।

डीएनए में सुधीर चौधरी बोले,’कल क्रिसमस है और आज क्रिसमस की पूर्व संध्या है, इस मौके पर आज राहुल गांधी ने अपनी छुट्टियां खत्म करके अचानक से बाहर निकलने का फैसला किया और टीवी के कैमरों के सामने आकर किसानों के पक्ष में एक बढ़िया सा शानदार डिजाइनर बयान दे दिया।’

सुधीर चौधरी आगे बोले,’आपने बहुत सारी कहानियां सुनी होंगी जिनके मुताबिक सैंटा क्लॉज भी क्रिसमस से एक दिन पहले लोगों को डिजाइनर जुराबों में तोहफे भरकर देते हैं। लेकिन इन तोहफों में ज्यादातर सिर्फ मीठी गोलियां होती हैं। ठीक ऐसी ही एक मीठी गोली आज राहुल गांधी ने किसानों को देने की कोशिश की है। लेकिन इस मीठी गोली में आग भरी हुई है, राहुल गांधी किसानों को इसी आग से भड़काना चाहते हैं। इसलिए आज हम क्रिसमस पर किसानों का साथ देकर अपनी किस्मत चमकाने की एक और कोशिश करने वाले राहुल गांधी की पार्ट टाइम पॉलिटिक्स का विश्लेषण करेंगे।

डीएनए में सुधीर चौधरी आगे बोले,’आपने देखा राहुल गांधी अकसर लोगों की नब्ज को पकड़ नहीं पाते। आपको याद होगा जब देश में नया नागरिकता कानून आया था तब भी राहुल गांधी ने उसका विरोध किया था और वो लोगों की नब्ज को पकड़ नहीं पाए। इसके बाद जब कोरोनावायरस के समय लॉकडाउन हुआ था उस दौरान मजदूरों के पलायन के मुद्दे पर भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने खूब बयानबाजी की थी लेकिन जैसा कि हम आपको बता चुके हैं जैसे ही राहुल गांधी किसी मुद्दे को अपने हाथ में लेते हैं वैसे ही वो मुद्दा बना प्रभाव खो देता है। ऐसा ही मजदूरों के पलायन और नागरिकता कानून के मुद्दे पर भी हुआ था।’ इससे पहले जाने पहचाने फिल्ममेकर अशोक पंडित ने भी राहुल गांधी पर इस मुद्दे को लेकर निशाना साधा था।