भारत और फ्रांसीसी कंपनी Dassault Aviation के बीच साल 2016 में हुई राफेल विमानों की डील में कथित भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। फ्रांस में इस मामले की न्यायिक जांच के लिए एक जज की नियुक्ति की गई है। फ्रांस की एक पत्रिका के मुताबिक, दोनों देशों के बीच राफेल डील को लेकर एक उच्च स्तरीय संवेदनशील जांच बिठा दी गई है। इस मामले को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी दाढ़ी पर तंज़ किया है तो वहीं कांग्रेस नेता रागिनी ने भी चुटकी ली है।
रागिनी नायक ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘अब पता चला कि मोदी जी अपनी दाढ़ी क्यों बढ़ाते जा रहे हैं।’ रागिनी नायक ने राहुल गांधी का एक ट्वीट रीट्वीट करते हुए एक और ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा, ‘आम तौर पर चोर की दाढ़ी में तिनका होता है लेकिन एक खास चोर ने सफेद दाढ़ी में पूरा राफेल घोटाला छुपा रखा है।’
रागिनी नायक ने राहुल गांधी का जो ट्वीट रीट्वीट किया था उसमें लिखा था, ‘चोर की दाढ़ी #RafaleScam.’
अब पता चला, मोदी जी अपनी दाढ़ी क्यों बढ़ाते जा रहे हैं #ChorKiDaadhiMeinRafale pic.twitter.com/DF9uI40FHI
— Dr. Ragini Nayak (@NayakRagini) July 4, 2021
बहरहाल, रागिनी नायक के ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स की ढेरों प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग रागिनी नायक ने सहमत दिख रहे हैं तो कुछ लोगों ने उनके ट्वीट पर आपत्ति जताई है।
सुनील नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘कांग्रेस वाले जल जलकर खाक हो गए पर राहुल फेल है ये स्वीकार करने को तैयार नहीं। देश की जनता कांग्रेस के घटियापन को बहुत अच्छी तरह से समझ चुकी है। उत्तर प्रदेश में अंडा मिला है आपको। राफेल ही भारत का पारदर्शी रक्षा सौदा है।’ मर्यादा मौर्य नाम की एक यूजर ने लिखा, ‘भाजपा को वोट दो और अपने बच्चो का भविष्य आग में झोंक दो।’
दिलशाद खान नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘इसने चोरी तो किया ही है ऊपर से सीना जोरी भी। पूरे हिंदुस्तान को बरबाद कर दिया है। जुमला देकर भक्तों को पागल बनाया है। न युवा खुश ना किसान खुश हैं, ऊपर से मंहगाई। ऐसा झूठा प्रधानमंत्री किस काम का।’
सब मोह माया है नाम के एक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया, ‘क्या 70 सालों में कोई प्रधान इतनी बड़ी दाढ़ी में एरोप्लेन छुपा पाया था। हमें गर्व है हमारे प्रधान पर।’
आपको बता दें कि राफेल डील में कथित भ्रष्टाचार का मामला तब सामने आया जब फ्रांसीसी प्रकाशन मीडियापार्ट ने देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी AFA के हवाले से यह बात कही कि राफेल डील में दसौ एविएशन ने एक भारतीय बिचौलिए को 10 लाख यूरो रिश्वत के रूप में दी थी।
हालांकि इस आरोप को दसौ एविएशन ने खारिज कर दिया था और कहा था कि 36 राफेल विमानों की खरीद में भारत के साथ हुए अनुबंध की संरचना में किसी तरह का उल्लंघन नहीं हुआ। भारत की सत्ताधारी बीजेपी सरकार भी इस तरह के सभी आरोपों से इनकार करती आई है।