Sambit Patra आजतक की डिबेट के दौरान टीएमसी नेता अर्पिता घोष पर तब बरसने लगे जब अर्पिता ने कहा कि उनका कल्चर अलग है। चित्रा त्रिपाठी ने डिबेट की शुरुआत में सवाल किया था- क्या कदम से कदम मिला कर बंगाल की सरकार आगे नहीं बढ़ सकती? इस पर अर्पिता घोष कहती हैं- केंद्र सरकार कदम से कदम मिला कर आज तक क्या किसी राज्य के साथ चल पाई है? केंद्र सरकार दूसरे की मानते हैं?
टीएमसी नेता ने आगे कहा- ‘वे पार्लियामेंट में अपनी चलाते हैं, पार्लियामेंट सेशन बंद रखते हैं। ताकि कोई बात न कर सके। जो अपोजिशन में बात करते हैं तो उन्हें तुरंत बुल्डोज कर देते हैं। ये क्या केंद्र सरकार चलाने की, पैरलल स्ट्रक्चर चलाने का सिस्टम है? संबित जी को पता नहीं है कि कैसे पार्लियामेंट चलाया जाता है? इस पर संबित पात्रा कहते हैं- हम लोगों को तो कुछ पता ही नहीं है, हमें बंगाल का कल्चर भी पता नहीं है! पार्लियामेंट भी पता नहीं है, अब ये तो सारे भगवान आप लोग हो गए।
संबित आगे कहते हैं- चित्रा जी मुझे बहुत आश्चर्य हो रहा है, हम लोग को कहा जा रहा है कि हम लोग को कुछ पता नहीं और बाहरी भीतरी की बात हो रही है। हम कल्चर नहीं समझते हैं तो हम बाहरी लोग हैं। इस पर अर्पिता घोष कहती हैं- आपका कल्चर बाहरी है।
तब जवाब में संबित कहते हैं- ‘अच्छा सुनिये ना, रोहिंग्या कल्चर आपका है? उनके कितने फिरकों ने वहां पर बैठक की थी और हिंदी में कहा था जो हमको हाथ लगाएगा तो काट के रख देंगे। तो ममता बनर्जी समर्थन में उतरी थीं। रोहिंग्या ममता दीदी की हो सकती है, ममता बनर्जी के कल्चर की हो सकती है, हम अपने कल्चर के नहीं हैं? अरे हम तो मां दुर्गा पूजा करने वाले लोग, भगवान जगन्नाथ की पूजा करने वाले लोग। हम आपके नहीं है? काली मां को मानने वाले लोग हम आपके नहीं है? मगर बांग्लादेशी और रोहिंग्या आपके हैं?’
‘बाहरी’ कहे जाने पर बीजेपी प्रवक्ता @sambitswaraj ने बोला तृणमूल कांग्रेस पर ज़ोरदार हमला!
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इस पर अर्पिता घोष कहती हैं- सिर्फ दुर्गा पूजा करने, काली पूजा करने से कल्चर एक नहीं होता है। फिर भड़कते हुए संबित पात्रा कहते हैं- दीदी सुनो, दीदी सुनो हम तो हम तो मानते हैं काली मां को। रोहिंग्या को नहीं मानते हम। हम बाहरी हो गए, काली मां को मानने वाले बाहरी हो गए? रोहिंग्या आपके अपने बच्चे हो गए? ऐसे कैसे? बांग्लादेशी बंगाल के कल्चर को समझते हैं लेकिन हिंदुस्तानी बंगाल के कल्चर को नहीं समझते ऐसा कैसे हो गया? जय श्रीराम कहने पर ममता बनर्जी नाराज हो जाती हैं, क्या ये बंगाल का कल्चर है?
अर्पिता कहती हैं- अब आप हमको कल्चर सिखाएंगे? कमाल है..कमाल का कल्चर है आपका। संबित पात्रा चित्रा त्रिपाठी से पूछते हुए कहते हैं- आप बताइए चित्रा जी, जो मायंमार से जो रोहिंग्या आए हुए हैं, या फिर बांग्लादेशी जो हैं वो ज्यादा समझेंगे या हम हिंदुस्तानी? इस पर अर्पिता घोष कहती हैं – रोहिंग्या हमारे कल्चर को खराब नहीं कर रहे हैं। संबित पात्रा पूछते हैं- तो हम आपके कल्चर को खराब कर रहे हैं? सुनिए चित्रा जी ये क्या कह रही हैं?
