बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। इस बार अशोक पंडित ने छात्रनेता से नेता बने कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) का ट्वीट शेयर करते हुए उन पर निशाना साधा है। कन्हैया कुमार ने बिना नाम लिए मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘देश चलाने के लिए छाती नहीं, दिमाग़ चाहिए।’

कन्हैया के इस ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा, ‘यह बात तो बिहार के लोगों ने तुझे पिछले चुनाव में समझा दी थी ! अभी फिर जूते खाने का मन कर रहा है क्या ?’ कन्हैया के इस ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘दिमाग का ही असर है कि देशद्रोही परेशान हैं।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘तभी तो देश वासियो ने 303 सीट दी और राहुल गांधी को नहीं अपनाया।’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘नेहरू ने माउंटबेटेन से मिल,गाँधी के आजादी आंदोलन को अधूरा बना दिया क्योंकि ब्रिटिश हुकूमत ने नेहरू के लिए केवल सत्ता का हस्तांतरण किया था। शासन अंग्रेजो का,पर चेहरा नेहरू वंशजों का। मोदी के CAA जैसे निर्णयों से जनता को महसूस हो रहा कि अब हम आजाद है। मोदी भारत के गौरव हैं।’

अशोक पंडित ने की योगी आदित्यनाथ की तारीफ: अशोक पंडित ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए लिखा, ‘योगी जी द्वारा अपराधियों के मन में बनाए गए डर का ही असर है कि विकास दुबे जैसे अपराधी को बिल से बाहर निकलना पड़ा।’ अशोक पंडित के इस ट्वीट पर नेता घनश्याम तिवारी ने लिखा, ‘आदित्यनाथ के खौफ़ से अशोक पंडित मुंबई में हैं! चापलूसी की भी हद होती है।’


घनश्याम तिवारी के इस ट्वीट पर अशोक पंडित ने बिना किसी देरी के रिएक्ट करते हुए लिखा, ‘अरे इतना तिलमिला क्यूँ गये भाई ? मैं आपके दूख दर्द को समझ सकता हूँ ! राज पाठ छिन जाने की वजह से आपकी बिगड़ी हुई मानसिक स्तिथि के साथ मेरी पूरी संवेदनाएँ हैं घनश्याम जी’

ऐसा पहली बार नही है कि अशोक पंडित ने कन्हैया कुमार पर निशाना साधा हो अभी कुछ दिनों पहले अशोक पंडित का एक ट्वीट काफी वायरल हुआ था जिसमेें उन्होंने कन्हैया कुमार पर निशाना साधा था।

अशोक पंडित ने कन्हैया कुमार का ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, ‘बिहार के लोगों ने पिछले चुनाव में तुझे तेरी औक़ात दिखा दी थी। चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के फेंके हुए रोटी पर पलनेवाले तुम जैसे दलालों की इस देश में कोई वकत नहीं है! फ़ंडिंग रुक गयी है ना? इसीलिए मरे हुए सांप की तरह तड़प रहे हो ! पीछे मुड़कर देख तेरा बाप खड़ा है!’