राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग को बताया कि साल 2020-21 में भाजपा को सबसे अधिक चंदा मिला है। बीजेपी को कुल 477.54 करोड़ रुपये मिले हैं। जिसे लेकर बॉलीवुड एक्टर कमाल आर.खान ने चुटकी ली है। अपने ट्वीट के जरिए उन्होंने दावा किया कि बीजेपी को चंदे में पूरे 6200 करोड़ रुपये मिले हैं। केआरके ने ट्वीट में लिखा,”भाजपा को 6200 करोड़ का डोनेशन मिला है। मुबारक हो।”
केआरके के ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने कमेंट्स किए हैं। सौरभ कुमार मिश्रा ने लिखा,”तुमको भी दो रुपये का डोनेशन मिलना चाहिए।” देशवासी नाम के यूजर ने लिखा,”तुमको कैसे पता, किसने बताया। सपने में मोदी जी आए थे क्या?”
सोनू झा ने लिखा,”गरीबों के एसआरके तुझे ये भी पता है कि 62000 करोड़ में कितने 0 होते हैं।” सईद अहमद ने लिखा,”6200 करोड़ की बात चल रही है, 6200 रुपये की नहीं।”जॉन फर्नान्डिस ने लिखा,” ये पैसा भक्तों पर इस्तेमाल हो सकता है। इसलिए कैनेडिय अक्षय कुमार और कंगना रनौत की फिल्में साल 2024 में हिट हो जाएंगी।”
इसके अलावा अन्य ट्वीट में केआरके ने लिखा,”गल्फ देशों ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के कामगारों के लिए वीजा खोल दिया है।अंदर की खबर ये है कि कंपनियों को भारतीय मजदूरों की भर्ती नहीं करने के लिए अनौपचारिक निर्देश मिले हैं। काफी उचित!” इस ट्वीट पर यूजर्स ने केआरके के मजे लेने शुरू कर दिए।
रहमत करीम ने लिखा,”बिल्कुल नहीं.. 10% सफेद रंग की नौकरियां भारतीय बाकी मजदूर हैं, जो पूरी खाड़ी में सार्वजनिक सफाई स्थानों में शामिल हैं, ज्यादातर आंध्र से भारतीय हैं, मद्रास के साथ-साथ घरेलू महिला कर्मचारी भी दक्षिण से हैं। पाकिस्तान के घरेलू श्रमिकों को कानून द्वारा अनुमति नहीं है।”
राष्ट्रवादी नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”ये भी अंदर की खबर है, अल कायदा मे सिर्फ 1200 आतंकी बचे हैं, इसलिए पाकिस्तानी और बांग्लादेशी का आतंकी के लिए नई भर्ती खुली हैं। ये कंपनियां भारतीयों की भर्ती नहीं कर रही हैं क्योंकि भारतीय को आतंकवादी में उतने योग्य नहीं माना जाता,जितने पाकिस्तानी और बांग्लादेशी को माना जाता है।”
कांग्रेस की तुलना में बीजेपी को मिला कई अधिक चंदा : चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक 2020-21 में बीजेपी को 477.54 करोड़ रुपये और कांग्रेस को 74.50 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। हालांकि बीजेपी को मिला ये चंदा साल 2019-20 की तुलना में कम है। 2019-20 में पार्टी को 785.77 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए थे।