कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पिछले साल से ही दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन का प्रमुख चेहरा किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बोलते आए हैं और वो सख्त लहजे से अक्सर हुंकार भरते हैं। राकेश टिकैत ने अब कहा है कि कृषि कानून सरकार वापस नहीं लेती तो देश में युद्ध होगा। उनके इस बयान पर बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने उन पर निशाना साधा है और कहा है कि पाकिस्तानियों के पैसे से राकेश टिकैत देश में जंग करना चाहते हैं।
अशोक पंडित ने राकेश टिकैत का एक वीडियो शेयर करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, ‘खालिस्तनियों और पाकिस्तनियों के पैसों से देश के ख़िलाफ़ जंग करना चाहते हैं यह भाई साहब ! देश ने चूड़ियां नहीं पहनी है टिकैत जी।’
वीडियो में राकेश टिकैत एक सवाल के जवाब में कहते दिख रहे हैं, ‘ऐसा है, किसान तो वापस जाएगा नहीं। किसान तो रहेगा यही, सरकार को बातचीत करनी चाहिए। हमने 5 सितंबर को एक बड़ी पंचायत बुलाई है, आगे का निर्णय हम उसमें लेंगे। दो महीने का टाइम हम सरकार को देंगे, अपना फैसला सरकार भी कर ले, किसान भी कर ले। जंग होगी देश के ऐसा लग रहा है, युद्ध होगा।’
खलिस्तनियों और पाकिस्तनियों के पैसों से देश के ख़िलाफ़ जंग करना चाहते हैं यह भाई साहब !
देश ने चूड़ियाँ नहीं पहनी है टिकैत जी ! pic.twitter.com/T6hXNLiGTa— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 16, 2021
अशोक पंडित के ट्वीट और राकेश टिकैत के बयान पर ट्विटर यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। राहुल संगो नाम के एक यूजर ने फिल्ममेकर को जवाब दिया, ‘अशोक जी शायद आप भूल रहे हैं। आप लोगों की बिना पाकिस्तान, खालिस्तान, आंतकवाद, धर्म, जाति और आरक्षण के बोलने की हिम्मत नहीं होती। आप इतने अंधभक्त बने हुए हैं या आप भूल रहे हैं कि महगाई किस दर से बढ़ रही है। कभी आपने इस मुद्दे पर बोलने की हिम्मत नहीं की।’
वहीं दिलीप चौधरी नाम के एक यूजर ने गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए लिखा, ‘राकेश टिकैत देश को युद्ध और जंग की धमकी दे रहा है। गृहमंत्री अमित शाह जी इस पर कारवाई क्यों नहीं करते। ये ऐसे ही बकवास करता रहेगा जबतक इसे कानून की ताकत का एहसास नहीं कराया जाएगा।’
विजय पवारिया नाम के एक यूजर ने अशोक पंडित को जवाब दिया, ‘जब सत्ता तानाशाह और ख़ूनी हो जाए तो उसे सबक सिखाने के लिए क्रांति (जंग) जरूरी है। ये काम किसान योद्धा ही कर सकते हैं, बाकी गुलामों के हाथ में तो चूडियां भी अपमानित हुआ करती हैं।’ भरत भूषण नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘सबको अपने जैसा समझ रखा है क्या? देश के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानी इन्हीं किसानों के बेटों ने दी है।’
वहीं तृप्ति सिंह नाम की एक यूजर ने अशोक पंडित के चूड़ियां पहनने वाली बात पर आपत्ति जताई और फिल्ममेकर पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘सर, सारी बात सही है … मैं बस आपसे ये जानना चाहती हूं कि क्या हम चूड़ियां पहनने वाली को आप कमजोर समझते है या चूड़ी को कमजोर समझते हैं?’