राजीव सक्सेना

हिंदी सिनेमा के खिलाड़ी सितारा माने जाने वाले अक्षय कुमार ही नहीं, दक्षिण और मुंबई के नवोदित कई सारे सितारों को भी अब ओटीटी के छोटे पर्दे का सहारा लेना पड़ रहा है। इसे एक ओर ओटीटी मंच की बेइंतहा कामयाबी, तो दूसरी ओर बालीवुड के लिए विडम्बना माना जा रहा है। तमिल की जैकलीन फर्नांडीज अभिनीत फिल्म विक्रांत रोना, विद्युत जामवल अभिनीत खुदा हाफिज का दूसरा भाग अग्निपरीक्षा और अक्षय कुमार की बहुप्रतीक्षित कठपुतली ओटीटी मंच के दर्शकों के लिए तोहफा साबित हुई हैं।

खिलाड़ी कुमार ओटीटी पर

अक्षय कुमार के लिए यह साल शुरुआत से ही भारी पड़ रहा है। डा चंद्रप्रकाश द्विवेदी सरीखे धुरंधर विद्वान के निर्देशन में सम्राट पृथ्वीराज बड़े पर्दे पर खास वीरता का प्रदर्शन नहीं कर पाई। वहीं धनुष और सारा अली खान के सहारे के साथ अतरंगी रे और आनंद एल राय निर्देशित रक्षाबंधन भी भाई-बहनों का प्रेम अक्षय कुमार को नहीं दिला पाया।

कठपुतली.. ओटीटी पर पिछले दिनों लगातार प्रदर्शित होती रही, दर्शकों की पसंदीदा साइको रोमांच वाली वेब शृंखलाओं की तर्ज पर फीचर फिल्म है। आम दर्शक, दरअसल अपने प्रिय खिलाड़ी कुमार को कुछ इसी तरह की भूमिका में देखना चाहते हैं और इस नाते कठपुतली का ओटीटी पर रिलीज होना बेशक अक्षय कुमार के लिए राहत साबित हो रहा है।

डिजनी प्लस हाटस्टार पर प्रदर्शित कठपुतली में सहयोगी कलाकारों ने भी अक्षय कुमार को सहारा दिया है। रकुलप्रीत सिंह ग्लैमर गर्ल से अधिक नहीं रहीं पर इस फिल्म में उन्होंने प्रभावित किया है। चंद्रचूड़सिंह की अरसे बाद सुखद वापसी हुई है। टीवी स्टार सरगुन मेहता और हास्य कलाकार गुरप्रीत ग़ुग्गी की भूमिकाएं भी उल्लेख के काबिल हैं। वासु भगनानी और उनके बेटे जैकी भगनानी निर्मित कठपुतली का निर्देशन नवोदित रंजीत तिवारी ने कुशलता से किया है।

विद्युत जामवाल की वापसी

एक मौका था जब फुर्तीले अभिनेता बतौर टाइगर श्राफ और विद्युत जामवाल को युवा दर्शकों में खासा पसंद किया जाता था, लेकिन जल्दी ही दोनों का जादू लोगों के सिर से गायब होने लगा और फिल्मकारों ने उन्हें रोमांटिक छवि में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। खुदा हाफिज के दूसरे भाग अग्निपरीक्षा में एक बार फिर विद्युत जामवाल की स्टंट वाली अदाएं ओटीटी के नियमित दर्शकों पर चुंबकीय असर डाल रहीं हैं।

दक्षिण में भी ओटीटी लोकप्रिय

दक्षिण की फिल्मों को, मुंबई फिल्म उद्योग से हमेशा आगे माना जाता रहा है। सिनेमा के बदलते दौर में भी दक्षिण की कुछ फिल्मों ने बाक्स आफिस पर जोरदार प्रदर्शन किया है, लेकिन इसके बावजूद ओटीटी पर हिंदी के अभिनेताओं को साथ लेकर वेब सीरीज और फिल्में बनाने का सिलसिला जारी है। अनूप भंडारी के निर्देशन में विक्रांत रोना शीर्षक की फिल्म ने ओटीटी पर धूम मचा रखी है। अभिनय राज सिंह जैसे नवोदित को मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज के साथ पेश किया गया है। इस फिल्म में सारे मसाले मौजूद हैं।

कुल मिलाकर ओटीटी पर वेबसीरीज के साथ ही फीचर फिल्मों और कलाकारों को भी नया जीवनदान मिलना सुखद ही है, माध्यम चाहे कोई भी हो। कलाकार अंतत: दर्शक के समक्ष ही प्रस्तुत हो रहे हैं, जो उनके भविष्य की सुरक्षा का भी संकेत है।