Bhojpuri Gana, Corona Virus: पिछले दिनों होली के मौके पर एक भोजपुरी गाना आया था ‘लहंगा में वायरस कोरोना घुसल बा’। इस गाने की काफी निंदा हुई थी। यूपी के एएसपी ने इस गाने की कठोर शब्दों में निंदा की थी। वहीं अब बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने भी इस गाने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सुपरहिट गाना ‘तेरी मिट्टी’ के लेखक मनोज मुन्ताशिर ने इस गाने को देख कर पूछा कि ऐसा खतरनाक बीमारी का इस तरह से मजाक बनाना क्या सही है?
एक ट्वीट कर मनोज मुंतशिर ने इस गाने को लेकर कहा- ‘एक भिखारी ठाकुर के भोजपुरी गीत थे, जो आज भी साहित्य में ऊंची जगह रखते हैं। एक ये लोग हैं जिन्होंने इतनी सुंदर भाषा का तामाशा बना के रख दिया है। क्या एक खतरनाक बीमारी का इस तरह मजाक बनाना सही है??? अपनी राय दीजिए।’ गीतकार ने अपने ट्वीट में फैंस से सवाल किया कि कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी का यूं मजाक बनाना क्या सही है?
इस बारे में उन्होंने फैंस से राय मांगी। ऐसे में फैंस ने भी उनके ट्वीट पर जवाब देना शुरू कर दिया। मनोज के इस ट्वीट पर एक्टर अनिरुद्ध डावे ने भी कमेंट किया। उन्होंने लिखा-‘ कला की हालत खस्ता है, साहित्य की इन्हें परख नहीं, समझ नहीं, स्तर बहुत सस्ता है !’
‘लहंगा में वायरस कोरोना घुसल बा’ भोजपुरी गाने पर भड़के लोग, बोले- ‘ये देखो फूहड़ता की सारी हदें पार’
एक यूजर ने लिखा- ‘भोजपुरी भाषा को गीत में पिरोकर जिस तरह अश्लीलता को परोसा गया वो आज नहीं कई वर्ष पहले शुरू हो गया था। चूंकि मैं खुद बिहार से हूं लेकिन अफसोस है की किसी नें इस अश्लीलता को रोकने के लिए कोई खास पहल नहीं की @ManojTiwariMP, भरत ब्यास शर्मा के बाद भोजपुरी गीतों में फुहड़ता की बाढ़ आ गई।’ दूसरे यूजर ने लिखा- ‘अश्लीलता का वायरस घुसा है इनमें।’
एक #BhikhariThakur के भोजपुरी गीत थे, जो आज भी साहित्य में ऊँची जगह रखते हैं, एक ये लोग हैं जो जिन्होंने इतनी सुंदर भाषा का तमाशा बना के रख दिया है. क्या एक ख़तरनाक बीमारी का इस तरह मज़ाक़ बनाना सही है..??? अपनी राय दीजिए. #CoronavirusPandemic pic.twitter.com/RbGt9SKFyk
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) March 13, 2020
एक अन्य यूजर कहता- ‘100% सही कह रहे हैं सर , इन्हीं कुछ लोगों के कारण भोजपुरी बदनाम हो गई है , नहीं तो भोजपुरी भाषा में बहुत मिठास है , भोजपुरी निर्गुण का कोई जोर है क्या।’ तो वहीं एक यूजर कहता- ‘अब भोजपुरी पे शर्म आने लगी है सर, ऐसे सैकड़ों भोजपुरी गाने हैं जिसे सुन कर समाज असहज महसूस करता है। यूपी-बिहार में ऐसे गाने बस, ट्रेन, टैक्सी,ऑटो रिक्शा में बजाते रहते हैं लोग और महिलाएं, स्कूली बच्चियां शर्मिंदगी महसूस करती रहती हैं। ऐसे गाने बजा कर लड़कियों के साथ अभद्रता होती रहती है।’