भोजपुरी गानों पर हमेशा से अश्लीलता का ठप्पा लगता रहा है। लोग अक्सर गानों में डबल मीनिंग वाले शब्दों के इस्तेमाल को लेकर इसकी आलोचना करते रहे हैं। भोजपुरी गानों में अक्सर देखा भी जाता रहा है कि इनके गाने ढोढ़ी-चोली के बीच ही फंसे रहते हैं और अब तो होली भी आने वाली है। होली गीतों में अश्लील शब्दों के इस्तेमाल की वजह से भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता रहा है। भोजपुरी संस्कृति में देवर-भाभी, जीजा-साली और जेठ का रिश्ता काफी अटपटा होता है। ये हंसी मजाक वाला रिश्ता होता है। इन रिश्तों को लेकर अक्सर हंसी ठिठोली होती रही है, जिसे गानों में भी दिखाया गया है। अब डबल मीनिंग शब्दों की वजह से उस हंसी मजाक पर अश्लीलता का ठप्पा लगता रहा है। ऐसे में आपको होली के मौके पर उन गानों के बारे में बता रहे हैं, जिसमें चोली-ढोढ़ी, लिपिस्टिक नहीं है बल्कि देवर-भाभी के खूबसूरत रिश्ते को भी दिखाया गया है और होली का जश्न भी अच्छे से देख पाएंगे। चलिए बताते हैं उन गानों के बारे में…

सदा आनंद रहे एहि द्वारे मोहन खेले होली हो

होली के मौके पर आप भोजपुरी होली सॉन्ग ‘सदा आनंद रहे एहि द्वारे मोहन खेले होली हो’ सुन सकते हैं। इस गाने को पवन सिंह ने अपनी बेहतरीन आवाज से सजाया है। इस गीत में श्रीकृष्ण की होली का जिक्र किया गया है। गाने में होली का जश्न देखा जा सकता है। ये अश्लीलता से परे एक प्यारा गीत है, जिसे आप परिवार के साथ देख सकते हैं और होली को भी इन्जॉय कर सकते हैं।

जोगिजी हां- नदिया के पार

80 के दशक की बेहतरीन फिल्म ‘नदिया के पार’ आज भी लोगों को याद है। इसे अगर आज भी टीवी पर चलाया जाता है तो पुराने दिनों की यादें ताजा हो जाती है। फिल्म में होली के मौके को बहुत ही शानदार तरीके से फिल्माया गया है। पुरुष और महिलाओं की अलग-अलग होली होती है। साथ ही देवर-भाभी की सादगी वाली हंसी-ठिठोली वाली होली कमाल की होती है। इसमें एक होली गीत ‘जोगिजी हां’ है। इसे सचिन पर फिल्माया गया है। ये गाना आज भी बज जाता है तो लोग झूमने पर मजबूर हो जाते हैं।

तनी छटक छटक डलवतू

भोजपुरी के जाने-माने सिंगर और बिरहा सम्राट विजय लाल यादव ने अपने जमाने में एक से बढ़कर एक गीत गाए हैं। इसी में से एक उनका होली गीत ‘तनी छटक छटक डलवतू रंग’ एक हंसी ठिठोली वाला गीत है। इसमें वो एक महिला से रंग डलवाने का अनुरोध कर रहे हैं। उनका अनुरोध करना जरा निराला है। गाने में विजय लाल यादव को डांस करते हुए भी देखा जा सकता है। इस गाने के साथ आप होली पर जमकर थिरक भी सकते हैं। इस गाने को टी-सीरीज रिजनल से रिलीज किया गया है।

निरहुआ के होली

दिनेश लाला यादव निरहुआ ने अपने करियर की शुरुआत गायिकी के साथ ही की थी। उन्होंने उस समय एक से बढ़कर एक गीत गाए हैं और हिट एलबम्स दिए हैं। इसी में से एक उनका पॉपुलर होली गीत ‘निरहुआ के होली’ है, जिसमें बताया गया है कि कैसे एक महिला अपने पति से होली के मौके पर तोहफा मांगती है। गाने में निरहुआ को भी दुबला पतला देखा जा सकता है। ये अपने जमाने का पॉपुलर सॉन्ग रहा है। भोजपुरी के होली सॉन्ग में आपको जोगिरा सुनने के लिए मिलता है। जोगिरा एक तरह का रैप होता है। पूर्वांचल और बिहार में गानों के साथ जीजा, साली, भाभी, जेठ को गाली देने का रिवाज होता है, जो कि गानों के माध्यम से दी जाती है। होली के मौके पर जोगिरा के माध्यम से भी गाली की इस रस्म को निभाया जाता है।

सिया निकले अवध के ओर

भोजपुरी सिंगर कल्पना पटवारी अपनी बेहतरीन गायिकी के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक गीत गाए हैं। उन्होंने कई होली गाने भी दिए हैं। इसी में से एक ‘सिया निकले अवध के ओर’ होली गीत भी है, जिसमें राम चंद्र और सीता माता की होली का जिक्र होता है।

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