वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं और तमाम समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय रखते रहते हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच उन्होंने एक ट्वीट किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर तमाम लोग उन्हीं से सवाल करने लगे। बाजपेयी ने ट्वीट किया, ‘दो बुरे में से एक को चुनना है। कुछ ने कम बुरे को चुना। सोचा कम ग़लत होगा। ज़्यादा ने ज़्यादा बुरे को चुना। सोचा लाभ होगा।’

बाजपेयी ने एक और पोस्ट किया और लिखा- ‘गोएबल्स…. बंगाल जीत चुके है! अब सिर्फ़ सरकार बनानी है..।’ उनका निशाना परोक्ष रूप से बीजेपी की तरफ था। इन ट्वीट्स के बाद पुण्य प्रसून बाजपेयी सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। तमाम लोग उनका पुराना वीडियो शेयर करते हुए उन्हीं से सवाल करने लगे।

एक यूजर ने बाजपेयी पर तंज कसते हुए लिखा, ‘बिल्कुल सही कहा…वैसे आजकल आप किसको सपोर्ट कर रहे हैं? ममता बनर्जी को या राहुल गांधी को। दोनों का खाया है, तो प्रचार भी दोनों का ही करना पड़ेगा…।’ अहमद नाम के यूजर ने लिखा- बुरे ने बुरे को टिकट ही क्यों दिया? अगर दिया तो बुरे को चुना ही क्यों? चुनने वालों को शराब की आदत डलवाई गई। ये कमजोरी किसने बनाई- नेताओं ने।’

एक यूजर ने लिखा- ‘और इसी विचार के कारण देश ने 60 साल तक कांग्रेस को चुना कि ज्यादा लाभ होगा। बंगाल में भी पब्लिक ने ज्यादा लाभ के चक्कर में 10 साल दीदी को चुना, क्यों क्रांतिकारी?’

संजय नाम के यूजर ने ट्वीट किया- ‘क्या आप बता सकते हैं कि थोड़ा गंदा और ज्यादा गंदा का क्या पैरामीटर है? क्या आपको अंदाजा भी है कि अभी तक आपने फेयर पार्टी ही देखी? खैर, हमें तो लगता है जैसी नजर वैसी तस्वीर।’ एक शख़्स ने लिखा- ‘दो बुरे, ये तुम बता रहे हो? बहुत ही क्रांतिकारी पत्रकार हो साहब! अपनी गिनती किनमें करते हो बहुत ही क्रांतिकारी पत्रकार साहब…? छलनी छाज को छेद गिनाने लगी… वाह रे वाह।’

विजयवंत नाम के यूजर ने लिखा- ‘सर, चोर को चोर ही कहना पड़ता है। चाहे चोर खीरा चुराए या हीरा। इसलिए चोर को चुनना ही गलत है।’ तो वहीं अनिल नाम के यूजर ने लिखा- ‘हे दूध के धुले ब्रह्मज्ञानी, कुछ अपनी भी तो बताओ? तुमने किसको चुना ओर क्यों?’

गरमा गई है बंगाल की सियासत: आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। सबकी निगाहें नंदीग्राम सीट पर टिकी हैं, जहां से सीएम ममता बनर्जी मैदान में हैं। वहीं बीजेपी ने इस सीट से सुवेंदु अधिकारी को उतारा है। बीजेपी का दावा है कि वह यह सीट जीत रही है।

उधर, बीजेपी के तमाम दावों के बीच ममता बनर्जी ने कहा है कि नंदीग्राम में भाजपा कभी नहीं जीतेगी। ममता बनर्जी के मुताबिक उन्हें नंदीग्राम में 90 फीसदी तक वोट मिले हैं।