भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत शनिवार को पश्चिम बंगाल में थे वहां उन्होंने कोलकाता और नंदीग्राम में आयोजित महापंचायत में हिस्सा लिया। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आयोजित किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने लोगों से आग्रह किया कि वो आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट न दें। उन्होंने कहा कि अगर कोई वोट मांगने आए तो उनसे पूछना कि हमारा एमएसपी कब मिलेगा, धान की सही कीमत कब मिलेगी।

राकेश टिकैत के इस महापंचायत से TMC को फायदा होने की अटकलें लगाई जा रही है। नंदीग्राम से ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं जहां उनका मुकाबला बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी से है। ऐसे में राकेश टिकैत का बंगाल दौरा ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। लोग कह रहे हैं कि राकेश टिकैत ममता बनर्जी को फायदा पहुंचाने बंगाल गए हैं। इसी बीच कुछ लोग सोशल मीडिया पर यह भी कह रहे हैं कि किसान आंदोलन राकेश टिकैत के लिए महज एक राजनीतिक हथकंडा है।

बॉलीवुड डायरेक्टर अशोक पंडित ने भी राकेश टिकैत के बंगाल जाने पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि राकेश टिकैत के लिए किसान महज एक चुनावी हथकंडा हैं। उन्होंने लिखा, ‘राकेश टिकैत बंगाल में ममता बनर्जी के लिए प्रचार सबूत है कि वो किसानों के अधिकारों के लिए नहीं लड़ रहे बल्कि उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई छेड़ रखी है। किसान आंदोलन और कुछ नहीं बल्कि बंगाल चुनाव के लिए एक चुनावी हथकंडा है।’

 

अशोक पंडित के इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स अपनी अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं तो कुछ उनके समर्थन में लिख रहे हैं। रोहित कुमार नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘केवल बंगाल? वो सभी राज्यों में जाएंगे। 100 से भी अधिक दिनों से आंदोलन करके वो थक गए और कोई उनकी बात नहीं सुन रहा, इस तरीके से वो ज्यादा चोट पहुंचा सकेंगे। आजादी की लड़ाई के समय हमने ऐसे कई उदाहरण देखें हैं।’

 

हरीश नाम के यूजर लिखते हैं, ‘उन्होंने दो बार चुनाव लड़ा और हारे हैं। अब वो टीएमसी के लिए प्रचार कर रहे हैं। मुझे लगा कि वो किसी लेफ्ट की पार्टी से हैं।’ अर्जुन सिंह ने लिखा, ‘टिकैत साहब का असली चेहरा यही है। नरेंद्र मोदी को हटाओ.. लेकिन अगले 10 साल तक कुछ नहीं होगा।’

 

इधर बीजेपी का दावा है कि राकेश टिकैत के बंगाल जाकर महापंचायत करने से पार्टी पर कोई असर नहीं होने वाला है। राकेश टिकैत सभी चुनावी राज्यों में जाकर बीजेपी को वोट न देने की अपील करने वाले हैं। उनके आह्वान का असर चुनावों पर होता है या नहीं ये तो 2 मई को पता चलेगा जब चुनावों के परिणाम घोषित होंगे।