तालिबान का 20 साल बाद फिर से अफगानिस्तान में कब्जा हो चुका है। ऐसे में सोशल मीडिया पर हर तरफ तालिबान की कड़ी नंदा हो रही है। वहीं देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पाकिस्तान और चीन की तरह तालिबान को अपना समर्थन दे रहे हैं। इसको लेकर बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने उन लोगों पर निशाना साधा है जो तालिबान की इस हरकत पर उसकी पीठ थपथपा रहे हैं।

अशोक पंडित ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे थे। अशोक पंडित बोले- ‘कृप्या इस बात को रेखांकित कीजिए कि ये उन्हीं लोगों का जत्था है जो CAA और NRC का विरोध कर रहे थे औऱ अब तालिबान का सपोर्ट कर रहे हैं अपनी चुप्पी से। वहीं वे आरएसएस को अफगान के विघटन का दोशी बना रहे हैं। ये उन्हीं लोगों का ग्रुप है जो अपने अजेंडा के हिसाब से काम कर रहे हैं।’

तालिबान के मुद्दे पर फिल्ममेकर और एक्टर फरहान अख्तर ने भी कहा- ‘अब सिर्फ एक ही चीज है कि दुनिया में पॉवर रखने वाले लोगों को इस मुद्दे पर बात करने की सख्त आवश्यक्ता है। इससे ही अफगानिस्तान के बेचारे लोगों को मदद दी जा सकती है। आज या कल नहीं अभी, अब वक्त आ गया है।’

अशोक पंडित और फरहान के ट्वीट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। सैयद अली नाम के एक यूजर ने कहा- ‘पिछले कुछ दिनों से मैं यही सजेस्ट कर रहा हूं कि अब वक्त आ चुका है कि हमारे देश को मदद के लिए आगे बढ़ना चाहिए और अफगानी रिफ्यूजीस को पनाह देनी चाहिए। उनके लिए अपने दरवाजे खोल देने चाहिए।’

इस यूजर के जवाब में एसवीएस नाम के यूजर ने कहा- ‘पिछले कुछ वक्त से मैं भी यही सजेशन दे रहा हूं कि अब वक्त आ गया है कि 50 से भी ज्यादा इस्लामिक कंट्रीज को अब अपने द्वार खोल देने चाहिए इन अफगानी रिफ्यूजीस के लिए। आप वैसे शरिया लॉ चाहते हैं, पर अफगानी तो शरिया लॉ से दूर भाग रहे हैं।’

इसके जवाब में फिर से यूजर ने कहा- जो लोग भाग रहे हैं वो आप लोग हो जो शरिया लॉ नहीं चाहते। लेकिन आज मुझे अहसास हो रहा है कि वे लोग अफगानिस्तान में सफर करेंगे ऐसे में मैंने कहा कि उन रिफ्यूजीस की मदद करें जो इंडियन मुस्लिम हैं और अफगानिस्तान में हैं।