दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई कांग्रेस की हल्ला बोल रैली में राहुल गांधी की जुबान फिसल गई थी। उन्होंने तुरंत गलती सुधार ली थी। फिर भी सोशल मीडिया पर लोग वह क्लिप शेयर करके तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। राहुल गांधी के मुंह से निकल गया कि पहले आटा 22 रुपये लीटर था और अब 40 रुपये लीटर मिल रहा है। हालांकि, उन्हें तुरंत भूल का अहसास हुआ और उन्होंने ‘केजी’ कह कर इसे सुधारा भी। लेकिन, वीडियो क्लिप वायरल हो गई। लोग राहुल गांधी के इस बयान का मजाक बना रहे हैं।
फ़िल्मी हस्तियों ने ऐसी ली राहुल गांधी के बयान पर चुटकी
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने राहुल गांधी के वायरल वीडियो व्लिप को शेयर कर लिखा कि कहना क्या चाहते हो भाई? अभिनेता मनोज जोशी ने लिखा कि आटा गूंथना नहीं पड़ेगा अब। जबकि अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा ने लिखा कि कौन है वो महापुरुष जो आटे को लीटर में तौलता है?
लोगों की प्रतिक्रियाएं
फिल्ममेकर और अभिनेता/ अभिनेत्री के इस ट्वीट पर लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। शर्लिन चोपड़ा के ट्वीट पर अमन कन्नौजिया नाम के यूजर ने लिखा कि कौन है वह महापुरुष जो बारहवीं के बाद इंटर करने की सलाह देता है? प्रभाकर आजाद ने लिखा कि बहन तुम्हे हिंदी का ज्ञान नहीं है। जब गरीब महंगाई की वजह से दो वक्त की रोटी भी न जुटा पा रहा हो और सरकार आटे पर GST लगा दे तो इसे कहते हैं “गरीबी में गीला आटा”। अब मोदी ने गरीब का आटा गीला किया है तो तौलना लीटर में ही पड़ेगा ना।
मनोज जोशी के ट्वीट पर जवाब देते हुए विनोद कुमार दीक्षित नाम के यूजर ने लिखा कि रोटी ही छीन लिया गरीबों से, आटा कहां से खरीदेगा गरीब। यही तो सच्चाई है कि मोदी जी ने रोजगार छीन लिया, रोटी छीन लिया, दाल छीन लिया, तेल छीन लिया, दूध छीन लिया और आज जब बच्चा रोता है तो मां कहती है सो जा बेटा मोदी सुन लेंगे तो रोने पर टैक्स लगा देंगे। प्रमोद कुमार सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि लेकिन वह रोटी बनाने की विधि नहीं बताई। रोटी की सिलाई करनी पड़ेगी या बेलाई।
मुकुल देव शर्मा नाम के यूजर अशोक पंडित के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि ये तब होता है जब भाषण को समझे बिना रटकर बोला जाता है या बौखलाहट और गुस्से में भाषण दिया जाता है। मुनीश प्रभाकर नाम के यूजर ने लिखा कि वो कहना चाहते हैं कि भाजपा लूट रही है। पंकज गौतम नाम के यूजर ने लिखा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं इनको सामान्य जनजीवन से कोई मतलब नहीं है। इनकी रैलियां फालतू का ढकोसला हैं।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि ‘हल्ला बोल’ रैली में राहुल गांधी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वह महंगे हुए पदार्थों के ‘पहले और अब’ के दामों में आये अंतर पर बात कर रहे थे। इसी दौरान राहुल गांधी ने “आटा को लीटर” में बता दिया, हालांकि तुरंत बाद उन्होंने अपनी गलती में सुधार किया लेकिन तब तक लोगों को उन्हें घेरने का एक मौका मिल गया। जवाब में कांग्रेस से जुड़े नेता और समर्थक पीएम मोदी और अमित शाह के वीडियो शेयर कर पलटवार कर रहे हैं।
