कृषि कानूनों पर सियासत का दौर जारी है। देश के अलग-अलग हिस्से के किसान अभी भी दिल्ली की सीमा पर डटे हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं।किसानों द्वारा 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस परेड के समानांतर ट्रैक्टर परेड निकालने का ऐलान भी किया गया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कृषि कानूनों के अमल पर अस्थाई तौर पर रोक लगाई है। बावजूद इसके किसान अभी भी बॉर्डर पर धरनारत हैं। इसी बीच रिपब्लिक भारत पर अर्नब गोस्वामी के शो में इस मुद्दे पर तीखी नोकझोंक होती दिखी। अपने शो पूछता है भारत में डिबेट के दौरान अर्नब गोस्वामी किसान नेता राकेश टिकैत पर बुरी तरह से बिफर पड़े।

अर्नब गोस्वामी डिबेट में कहते हैं, ‘राकेश टिकैत जी, आपसे मेरा एक सवाल है। ये क्या हो गया, मुझे बताया गया कि अब सूरत से नहीं कनाडा से, गुवाहाटी से नहीं कनाडा से, कलकत्ता से नहीं कनाडा से…कनाडा के मंत्री आकर बैठ गए। अरे भाई ये क्या हो रहा है, पूछता है भारत? क्या ये सच है कि कनाडा के मंत्री आकर बैठ गए वहां पर? क्या हमारे मंत्री भी जाकर कनाडा में प्रदर्शन करेंगे? नरेंद्र मोदी से सीधी लड़ाई में मुंह की खाते हैं ये लोग…बताइए कनाडा का नेता इधर कैसे आया? उसकी हिम्मत कैसे हुई? बताइए वो है कौन? यह पूछते हुए अर्नब गोस्वामी तकरीबन चीखने लगते हैं।

इस पर राकेश टिकैत कहते हैं, ‘वकील बन गया… बात तो सुण। अरे बोलूं, अरे बीमारी है बोलने की?’ अर्नब टोकते हुए बोलते हैं, ‘बीमारी नहीं आदत है…आदत। तभी राकेश टिकैत कहते हैं, ‘अरे मुझसे पूछा है तो मैं ही बताऊंगा, बोलने दो। पहले तो बीजेपी सरकार बड़ी कमजोर रही है हमारी। हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री को सामने ले आए, प्रधानमंत्री को इनको बचाना था। इनकी जो एडवाइजरी कमेटी है, प्रधानमंत्री की वो गलत है, गलत सलत बुलवाती है।

वह आगे कहते हैं- भाई प्रधानमंत्री जी से गलत बयानबाजी क्यों करवाते हो आप? एक देश के प्रधानमंत्री की ऐसे इमेज खराब होती है। वो बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं हैं… वो देश के प्रधानमंत्री हैं। आपने उनसे दो-तीन चीजें गलत करवाईं। पहली स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू कर दिया, फिर वो लागू नहीं हुई, तो भाई इस तरह का दस्तावेज मत दो उनको। ये शर्म की बात है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री से आप झूठ बुलवाते हो।

इसी डिबेट में संबित पात्रा पर निशाना साधते हुए वह आगे कहते हैं- आप तो बहस करते हो कागज लेकर। अरे कनाडा वाले मंत्री से हमारा क्या मतलब है, कनाडा वाला आगया होगा। हमारे देश के मंत्री कमजोर हो गए होंगे। पंजाब के हैं ना वो, आ गया होगा। बैन है उनपर तो रोको उनको।

इस पर गुस्से में चिल्लाते हुए अर्नब बोलते हैं- अरे विदेशियों को क्यों घुसने दिया? हां बैन है, बिलकुल बैन है। हम कनाडा वाले को क्यों घुसने दें? ये हमारे अंदर की बात है। इस पर टिकैत कहते हैं- आप लोगों ने ही चैनलों को बर्बाद कर दिया है। देश में विश्वसनीयता खराब की है आप जैसे लोगों ने।