सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद बॉलीवुड में उठी नेपोटिज्म की बहस में अब धीरे-धीरे कई कलाकार शामिल होने लगे। कई लोगों ने इंडस्ट्री में अपने साथ हुए बुरे अनुभव को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच साझा किया। इस बीच वेटरन एक्टर अन्नू कपूर ने भी बॉलीवुड, नेपोटिज्म पर खुलकर अपनी बात रखी है।

हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में अन्नू कपूर ने कहा कि यह निर्विवाद है कि इंडस्ट्री में पक्षपात मौजूद है। अफसोस की बात है कि इस दुनिया में सब कुछ उचित नहीं है। पक्षपात, पाखंड, भ्रष्टाचार हमेशा भारतीय समाज का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। अन्नू कपूर ने इंटरव्यू में इस बात का जिक्र भी किया है कि इंडस्ट्री में जिनके पास पैसा और पॉवर है, या तो उनके इशारे पर नाच सकते हैं या नहीं। बहस यहीं खत्म हो जाती है। एक्टर ने आगे कहा कि इस इंडस्ट्री से सही और फेयर प्ले की उम्मीद करना मूर्खों के स्वर्ग में रहने जैसा है।

हालांकि नेपोटिज्म के मुद्दे पर अपनी राय देते हुए अन्नू कपूर ने कहा कि अगर एक आर्किटेक्ट या डॉक्टर का बेटा एक आर्किटेक्ट या डॉक्टर बन सकता है, लेकिन अगर कोई फिल्म स्टार अपने बेटे-बेटी को इंडस्ट्री में लॉन्च करता है, तो भाई-भतीजावाद क्यों होता है? उन्होंने कहा कि कोई भी माता-पिता का कर्तव्य होता है कि वह अपने बच्चों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करें। ये गलत कैसे हो सकता है।

64 वर्षीय अन्नू कपूर ने कहा कि अगर भाई-भतीजावाद वास्तव में काम करता है तो वासु भगनानी के बेटे, हैरी बावेजा के बेटे, सनी देओल के बेटे, या अमिताभ बच्चन के बेटे भी टॉम क्रूज स्टार की तरह होते, लेकिन हम सभी जानते हैं कि यह तथ्यात्मक नहीं है। अन्नू कपूर ने कहा कि दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, अक्षय कुमार सहित अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान का इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर नहीं रहा है, फिर भी वे कामयाबी हासिल की।