संतूर वादक पंडित शिवकुमार का 10 मई को निधन हो गया। वो संगीत के उस्ताद थे, उन्होंने 1990 के दशक में यश चोपड़ा की कई लोकप्रिय फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया। जिनमें सिलसिला, चांदनी, डर, लमहे और भी कई फिल्में शामिल हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अमिताभ बच्चन से भी गाना गवाया था।
पंडित शिवकुमार ने बताया था कि किस तरह हिंदी फिल्म के लिए शास्त्रीय संगीतकारों की रचना के खिलाफ हर तरफ से बहुत ‘आलोचना’ हुआ करती थी। संगीत की दुनिया में बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया और शिवकुमार की जोड़ी काफी मशहूर हुआ करती थी।
ऐसे आया था अमिताभ से गाना गवाने का ख्याल: एक बार एक इंटरव्यू में दोनों ने बताया था कि कैसे उन्होंने अमिताभ बच्चन से रंग बरसे गाना गवाया था। रंग बरसे के लिए संगीतकार चाहते थे कि वो एक होरी गाए और हरिप्रसाद ने याद किया और कहा कि हमनें सोचा वो इलाहाबाद से है, हमने उनसे गवा दिया। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि यश चोपड़ा ने सुझाव दिया था कि अमिताभ के पिता हरिवंशराय बच्चन को गीत लिखना चाहिए।
उस वक्त हरिवंश जी मुंबई में थे तो हमने उनसे विनती की। एक घंटे के अंदर ही उन्होंने गाना तैयार कर दिया। उन्होंने यूपी के ठेठ गांव को ध्यान में रखते हुए फटाफट गाना तैयार कर दिया। जिसे अमिताभ बच्चन ने गाया। इसके अलावा ये कहां आ गए हम गाने में भी अमिताभ ने कविता बोली थी। जो यशराज की डिमांड थी।
‘ये कहां आ गए हम’ फिल्म सिलसिला का गीत था, इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ रेखा भी नजर आई थीं। दोनों की जोड़ी को लोगों को काफी पसंद किया था। ये गाना आज भी लोगों की जुबान पर छाया है। इस गाने का क्रेज अब भी उतना ही है।
अमिताभ बच्चन ने कई फिल्मों में गाने गाए हैं। बागबान फिल्म का ‘तू वहां मैं यहां’ गाना काफी मशहूर हुआ था। इसके अलावा होली खेले रघुबीरा, मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, पिडली सी बातें, मेरे पास आओ मेरे दोस्तों, एकला चोलो रे समेत अन्य गाने भी उन्होंने गाए हैं।