आरती सक्सेना
इन दिनों देश अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है और फिल्मों का प्रदर्शन भी इससे बच नहीं पाया है। अक्षय कुमार की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ रिलीज के लिए तैयार है। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए फिल्म की रिलीज टाल दी गई है। अक्षय इन दिनों अपने वीडियो के जरिए लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वे लोगों से घर में ही रहने की अपील कर रहे हैं।
सवाल: 28 सालों से फिल्मों में काम कर रहे हैं। आपकी फिल्में हिट हो रही हैं। आखिर सफलता का गुरुमंत्र क्या है?
-मैं जब फिल्मों में संघर्ष कर रहा था तब मैंने एक किताब पढ़ी थी। इसमें लिखा था कि अच्छा इंसान ही अच्छा अभिनेता बन सकता है। सहज अभिनय ही दर्शकों के दिलों को छूता है। इसमें धोखाधड़ी नहीं चलती। शायद मेरी सफलता की एक वजह यह भी हो।
सवाल: आपको कई स्टारों वाली फिल्मों में काम करना अच्छा लगता है या एक हीरो वाली फिल्म में?
-मल्टीस्टारर फिल्मों का अपना अलग मजा हैं। जब स्टार्स ज्यादा होते हैं तो सेट पर धमाल भी ज्यादा होता है। काम के साथ मनोरंजन भी हो जाता है। मगर मुझे उन फिल्मों में काम करना अच्छा लगता है, जिनमें कोई संदेश दिया गया हो। ऐसी फिल्में करने से मुझे संतुष्टि मिलती है।
सवाल: ‘सूर्यवंशी’ मल्टीस्टारर भी है और क्या इसमें कोई संदेश भी है?
– हां। ‘सूर्यवंशी’ बहुत अच्छी फिल्म हैं। इसमें संदेश और मनोरंजन दोनों है। ढेर सारे कलाकार होने के कारण शूटिंग में मजा आया। फिल्म में मेरे साथ अजय देवगन, कैटरीना कैफ और रणवीर सिंह भी हैं। रोहित शेट्टी की पिछली फिल्में ‘सिम्बा’ और ‘सिंघम’ की तरह यह भी धमाकेदार है। मुझे उम्मीद है दर्शक इसे पसंद करेंगे।
सवाल: क्या कोरोना फैलाव के कारण आपकी फिल्म का प्रदर्शन स्थगित हुआ है?
-हां। निमार्ता का फैसला सही है। जिस तरह से कोरोना का फैलाव हो रहा है उसे देखते हुए सिनेमाघरों में भीड़ इकट्ठी होना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए सिनेमाघर बंद किए गए हैं। मेरा मानना है कि जो होता है, अच्छे के लिए होता है। जान है तो जहान है। फिल्म तो कभी भी रिलीज हो सकती है। कोरोना के काबू होने और देश की स्थिति सामान्य होने के बाद फिल्म रिलीज हो जाएगी। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अपने को सुरक्षित रखें। कृपया घर में रहें।
सवाल : आप खुद भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं…
-मुझे अपने देश से प्यार है। मुझे जब भी मौका मिलता है मैं लोगों की भलाई के लिए कुछ न कुछ करता हूं। हमारे नागरिक स्वस्थ और सचेत हों। मुझे लोगों की चिंता है। कुछ ऐसे लोग भी हैं जो जरूरी निदेर्शों का पालन नहीं करते। उनकी लापरवाही औरों के लिए संकट खड़ा कर सकती है। मैं फिर अपील करता हूं कि समय समय पर जारी निदेर्शों का सख्ती से पालन करें। अपने घर में रहें। परिवार के लोग बच्चों और बुजुर्गों का खास खयाल रखें।
सवाल: आपने प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपए भी दिए हैं। हमारे देश के समर्थ लोग भी संकट के समय आगे आकर मदद करें क्या आप ऐसी अपील करेंगे?
– समर्थ ही नहीं मैं सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि संकट के समय में लोगों की मदद करने के लिए आगे आएं। उनके सहयोग से देश मुसीबत से बचेगा। ट्वीट और भाषण अपनी जगह हैं। लोग एकजुट हो जाएं तो क्या नहीं हो सकता है। मैंने 25 करोड़ देकर कोई महान काम नहीं किया है। अपनी मां के आशीर्वाद से भारत माता के लिए थोड़ा-सा योगदान है यह। वक्त बुरा है लेकिन लोगों के सहोयग से यह वक्त भी जल्द ही निकल जाएगा।
सवाल: मुंबई फिल्मजगत में हमेशा हीरो और हीरोइनों के मेहनताने में अंतर को लेकर विवाद होता है। यह माना जाता है कि यहां हीरोइनों को हीरो के मुकाबले कम मेहनताना मिलता है?
-काबीलियत और मेहनत के आधार पर पारिश्रमिक मिलना चाहिए। मैं इस बात को मानता हूं। हीरो-हीरोइन में भेद को नहीं मानता।
सवाल: फिल्मों में लेखकों के योगदान पर क्या कहेंगे?
-मेरी सफलता में लेखकों का योगदान रहा है, मैं इसे मानता हूं। अगर अच्छी कहानी नहीं होगी तो कलाकार भी कुछ नहीं कर पाएंगे। अगर आप ध्यान से विश्लेषण करेंगी तो पता चलेगा कि कलाकारों और फिल्म की सफलता में लेखकों का अहम योगदान होता है। अगर कहानी दमदार नहीं होगी तो सब कुछ बेकार हो जाएगा।