प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय से ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों के साथ जुड़ते हैं और जरूरी बातें उनतक पहुंचाते हैं। रेडियो के इस प्रोग्राम के 100 एपिसोड पूरे हो रहे हैं। इसे लेकर बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने बुधवार को मन की बात कॉन्क्लेव में इसे लेकर कहा कि ये संचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागरिकों से जुड़ते हैं। आमिर ने कहा,”मन की बात का भारत के लोगों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है।”

एक दिवसीय सम्मेलन नई दिल्ली में हुआ, जिसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ सम्मानित अतिथि के रूप में किया। इस सम्मेलन में आमिर खान ने कहा,”यह संचार का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जो देश का नेता लोगों के साथ करता है, महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करता है, आगे के विचार रखता है, सुझाव देता है, नेतृत्व करता है …”

“इस तरह आप संचार द्वारा नेतृत्व करते हैं। आप अपने लोगों को बताते हैं कि आप क्या देख रहे हैं, आप भविष्य को कैसे देख रहे हैं, आप उसमें कैसे अपना समर्थन चाहते हैं। (यह एक) महत्वपूर्ण संचार है जो ‘मन की बात’ में होता है। आमिर खान ने पीटीआई के साथ बातचीत में ये सारी बाते की।

जब आमिर से पूछा गया कि क्या मोदी रेडियो कार्यक्रम में सिर्फ अपने मन की बात करते हैं? इसपर एक्टर ने कहा,”मुझे लगता है कि यह उनका विशेषाधिकार है क्योंकि वह ऐसा कर रहे हैं… यह सुनने का उनका तरीका है कि देश भर के लोगों के साथ जुड़कर लोगों को क्या कहना है। मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है।”

इसके अलावा मलयालम एक्टर उन्नी मुकंदन भी हाल ही में नरेंद्र मोदी से मिले हैं। जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके साथ तस्वीर शेयर की है और जमकर तारीफ की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केरल यात्रा के दौरान मुकुंदन के साथ उनकी मुलाकात की। फेसबुक पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,”यह इस अकाउंट की सबसे रोमांचक पोस्ट है!”

“शुक्रिया सर, 14 साल की उम्र में आपको दूर से देखने और अब आखिरकार आपसे मिलने के बाद, मैं अभी तक ठीक नहीं हुआ हूं!मंच पर आपके, ‘केम छो भैला’ ने सचमुच मुझे हिला दिया!”

“यह एक बड़ा सपना था कि मुझे आपसे मिलना है और आपसे गुजराती में बात करनी है!यह हो गया है और यह कैसा तरीका रहा है! आपके 45 मिनट का समय, मेरे जीवन का सबसे अच्छा 45 मिनट है! मैं आपके द्वारा कहे गए एक शब्द को कभी नहीं भूलूंगा … हर सलाह को अमल में लाया जाएगा और लागू किया जाएगा! आवथा रहजो सर, जयश्रीकृष्ण।”