सुपरस्टार आमिर खान ने जब अपनी पहली पत्नी को तलाक दिया था उसके बाद वह काफी चुप-चुप रहने लगे थे। उस वक्त एक्टर ‘ट्रॉमा’ से गुजर रहे थे। आमिर खान ने अपनी पहली पत्नी रीना दत्ता को तलाक देने के बाद किरण राव से साल 2005 में शादी की थी। किरण और आमिर खान की मुलाकात फिल्म ‘लगान’ के सेट पर हुई थी। उस समय आमिर खान के लिए किरण सिर्फ एक यूनिट की मेंबर की तरह सामान्य थीं।
एक इंटरव्यू में आमिर खान ने रिवील किया था कि ‘उस वक्त मैं उन्हें ठीक से नहीं जानता था। हमारी कुछ एक या दो बार ही मुलाकात हुई थी। जब मैंने उनके इयररिंग्स देखे तो वो मुझे बहुत पसंद आए और मैंने उनसे कहा कि ये बड़े सही हैं। तो उन्होंने कहा कि अगर आपको रोज ये चाहिए तो ये नहीं हो पाएगा। तो मैंने कहा अरे हम आपको नए दिला देंगे। मुझे इसे ट्राय करने दीजिए। तो उन्होंने मुझे वो इयररिंग्स दे दिए थे। जब मैंने वो इयररिंग्स पहने तो मुझे बहुत अच्छे लगे।’ किरण ने आगे बताया था कि ‘वो इयररिंग्स दोबारा मुझे नहीं मिले।’
आमिर की जिंदगी में ये सब रीना से डिवॉर्स के ठीक बाद हुआ। आमिर खान ने एक चाइनीज न्यूज चैनल को बताया था- ‘उस समय मैं एक सदमें से गुजर रहा था कि तभी किरण का मेरे पास फोन आया। मैंने किरण से बात की। उस वक्त हमारी करीब आधा घंटा बात हुई। जब किरण ने फोन रखा तो सबसे पहले मेरे मुंह से निकला- ओह गॉड, कितना अच्छा फील हो रहा है अब। उनसे बात करके अच्छा लगने लगता था। मेरे दिमाग में वो चीज घूमने लगी कि जब-जब मैं उनसे बात करता हूं तो अचानक से खुश हो जाता हूं।’ (आमिर खान: कभी पहली पत्नी को खून से लिखी थी चिट्ठी, बाद में उसी को दिया अपने समय का सबसे महंगा तलाक)
आमिर ने ये भी खुलासा किया था कि किरण राव और रीना दत्ता में एक समानता है कि वो दोनों ही बहुत मजबूत महिलाएं हैं। आमिर ने कहा था- ‘मुझे मजबूत महिलाएं बहुत पसंद हैं। मेरी पहली पत्नी रीना और मेरी दूसरी पत्नी किरण दोनों ही बहुत स्ट्रॉन्ग महिलाएं हैं। मुझे ऐसे लोग बहुत पसंद हैं जो अपने आप में मजबूत होते हैं।’
करण जौहर के शो कॉफी विद करण में भी किरण राव ने खुलासा किया था कि – ‘उस वक्त आमिर एक बुरे दौर से गुजर रहे थे। ऐसे में एक पति के तौर पर उनका फिट होना थोड़ा असहज था पहली पत्नी से उनका तलाक हुआ था। पर बाद में सब ठीक हो गया। उस वक्त यह उनका एक डर बन गया था कि जिंदगी में वह अपने प्यार को नहीं खोना चाहते थे।’ आमिर ने उस वक्त मजाकिया अंदाज में कहा था-मैं महीने में एक बार किरण से पूछता हूं कि क्या वह अब भी उनकी ओर आकर्षित होती हैं या उनके मन में कभी उन्हें छोड़ने का विचार आता है।’