यश चोपड़ा की साल 1993 की सुपरहिट फिल्म डर को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इस फिल्म में राहुल के किरदार के लिए शाहरुख से पहले आमिर खान को चुना गया था। लेकिन आमिर ने एक नकरात्मक किरदार को देखते हुए फिल्म करने से मना कर दिया था। बाद में ये फिल्म ना सिर्फ उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई बल्कि इसी फिल्म के चलते शाहरुख खान यशराज कैंप में स्थापित हो गए। जिसकी मदद से 90 के दशक में उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी। बहुत से लोग मानते हैं कि आमिर का ये फैसला उनके लिए बेहद खराब साबित हुआ था। स्क्रीन की दिए अपने एक पुराने इंटरव्यू में आमिर ने इस बात पर खुल कर बात की थी। आमिर ने उस इंटरव्यू में ना सिर्फ ऐसी किसी भी बात से इंकार किया बल्कि उन्होंने ये माना था कि उन्हें फिल्म से निकाला गया था। आमिर ने उस इंटरव्यू में कहा था कि, “पहली बात, मैंने डर नहीं छोड़ी थी। मुझे फिल्म से हटाया गया था। दूसरी बात, मुझे फिल्म से हटाया गया क्योंकि मैं सन्नी देओल के साथ फिल्म की डिटेल को लेकर एक ज्वाइंट मीटिंग चाहता था।
शुरुआत में फिल्म निर्देशक इसके लिए तैयार हो गए। पर बाद में मुझे नहीं पता उनका मन क्यों बदल गया। जब मैंने उन्हें फोन किया तो उन्होंने कह कि , आमिर, फिर कभी साथ में काम करेंगे। मैंने कहा ठीक है। देखिए सफलता और असफलता मेरे हाथ में नहीं है। लेकिन सफलता और असफलता में से किसी एक चूनने किए अपने विवेक का इस्तेमाल करना है। और मैं उसी विवेक का इस्तेमाल कर रहा था। जब मैंने डर को हां कहा, तब मैंने फिल्म स्वीकार की थी। तब मुझे दो बातों पर बेहद विश्वास था पहला कि फिल्म अच्छा करेगी और दूसरा मैं फिल्म में अपने किरदार को एन्जॉय करूंगा। मेरे संशय सिर्फ अपने रोल को लेकर था और जब निर्देशक ने फिल्म की कहानी को लेकर ज्वाइंट सेशन देने से मना कर दिया। तब मुझे लगे कि मैं आखिरकार फिल्म से बाहर हो गया। वैसे इससे अलग सनी देओल भी इस फिल्म को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। सनी ने कहा था कि उन्हें फिल्म ऐसे सुनाई गई जैसे फिल्म के मुख्य हीरो वो ही हैं। हालांकि फिल्म का क्रेडिट ग्रे शेड को रोल करने वाले शाहरुख ले गए थे जिससे नाराज सनी फिर कभी यश चोपड़ा के साथ काम नहीं किया। वहीं शाहरुख की बात करें तो एक यश चोपड़ा ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में शाहरुख खान के साथ एक इंटरव्यू किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि हमने तुम्हारे साथ इतना सारा काम इसलिए किया क्योंकि तुमने हम पर विश्वास किया। कभी सवाल जवाब नहीं किए।