इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 में एंकर अंजना ओम कश्यप और किसान नेता राकेश टिकैत के बीच तीखी बहस देखने को मिली। दरअसल, अंजना ओम कश्यप, टिकैत से लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान पीट-पीटकर मारे गए लोगों को लेकर सवाल कर रही थीं। टिकैत इसे एक्शन का रिएक्शन कह बचाव करने लगे। उन्होंने कहा कि उसे हत्या नहीं कह सकते। वो एक्शन का रिएक्शन था। इस पर अंजना ने कहा कि आप सोच लीजिये कि क्या कह रहे हैं, सब रिकॉर्ड हो रहा है।
अंजना ओम कश्यप ने राकेश टिकैत से सवाल किया, ‘जिनकी वहां पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है, आप उसको जस्टिफाई कर रहे हैं, ऐसा कहा जा रहा है। जो आंदोलनकारियों के बीच से निकले उनमें 4 लोगों को पीट पीटकर मार दिया गया था।’
इस पर राकेश टिकैत कहते हैं, ‘वो पिक्चर तो पूरे देश ने देखी है। वहां पर जो घटना हुई वो सबने देखी। बीजेपी की गाड़ी शांति से निकल रही थी, किसी ने कुछ नहीं कहा। प्री प्लान था, जो गाड़ी थी, उसने पब्लिक को पीछे से हिट किया। उसके पीछे दूसरी गाड़ी और उसके पीछे तीसरी गाड़ी। जब वो गाड़ी पलट गई, तो रिएक्शन क्या होगा पब्लिक का? आप उसकी बात कर रहे हैं। नहीं होनी चाहिए किसी की हत्या, जो 8 लोग वहां मारे गए हैं, उसकी जिम्मेदारी यहां के मंत्री की है, सरकार की जिम्मेदारी है।’
इसपर अंजना कहती हैं कि ‘हत्या का मुकदमा उन लोगों पर दर्ज होना चाहिए जिन्होंने पीट पीटकर उन 4 लोगों को मार डाला, जिसे आप रिएक्शन कह रहे हैं।’ राकेश टिकैत, अंजना ओम कश्यप को टोकते हुए कहते हैं- ‘गलत जानकारी, आप अपनी जानकारी करेक्ट करो। 5 लोगों की हत्या कुचल कर हुई। कानून कहता है कि क्या इंटेंशन के साथ हत्या की गई है या हालात क्या थे, ये देश का कानून बताएगा।’
अंजना फिर कहती हैं कि ‘देश का कानून कहता है कि आप किसी की पीट- पीटकर हत्या नहीं कर सकते।’ राकेश टिकैत जवाब देते हैं कि ‘पीटा क्यों गया? हालात क्या थे? रिएक्शन आया है।’ अंजना कहती हैं- ‘तो आप उस रिएक्शन को जस्टिफाई कर रहे हैं टिकैत साहब? आप लिंचिंग को जस्टिफाई कर रहे हैं। 302 का मुकदमा क्या होता है?’ इस पर राकेश टिकैत जवाब देते हैं- ‘302 का मुकदमा होता है किसी की हत्या करना। जानबूझकर नहीं हुआ है, किसी की कोई मारने की इंटेंशन नहीं थी।’
अंजना राकेश टिकैत से सवाल करती हैं- ‘सोच लो टिकैत साहब क्या बोल रहे हो आप। एक बार फिर से सोच लो आप, ये रिकॉर्डेड रहेगा कि आप दिन दहाड़े हत्या को सही ठहरा रहे हैं, उसे रिएक्शन कह रहे हैं।’ राकेश फिर कहते हैं- ‘हत्या होती है कि किसी की सोची समझी चाल हो, उस पर 302 लगती है।’