फ्रांस में हुए आतंकी हमले के बाद दुनियाभर में चरमपंथ को लेकर बहस तेज हो गई है। न्यूजपेपर्स से लेकर चैनलों पर इल मामले पर बहस आयोजित की जा रही है। इसी बीच फ्रांस हमले पर आजतक पर भी एक डिबेट आयोजित की गई। इस दौरान शो के एंकर रोहित सरदाना और योग गुरु बाबा रामदेव के बीच तीखी नोंकझोंक होती दिखी। सरदाना, सवाल करते दिखे कि ये लड़ाई इस्लाम के खिलाफ है या आतंकवाद के खिलाफ? जब बाबा रामदेव ने इसका जवाब दिया तो सरदाना ने टोंकते हुए कहा, ‘ये जानते हुए कि क्या हो रहा है, कौन कर रहा है, क्यों कर रहा है? आप इसे बैलेंसिंग कर रहे हैं लगातार, सीधा संदेश देने से क्यों डरते हैं?
इसका जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा- ‘आप जब बात कर रहे हैं तो मैं कट्टरता की बात कर रहा हूं। मैं मजहबी तौर पर किसी की नापातौली नहीं कर रहा हूं। सभी मजहबों में ऐसे लोग नहीं है जो कट्टरता की बात करते हैं। आपने मुझसे पूछा, मैं जबरदस्ती नहीं आया यहां। आप अच्छे आदमी हो, इसका मतलब ये नहीं कि आप किसी को भी रगड़ेंगे?’ इस पर सरदाना कहते हैं कि नहीं मैं आपको रगड़ नहीं रहा हूं।
स्वामी रामदेव कहते हैं – ‘जो भी दुनिया में विवेकशील और समझदार लोग हैं, वे फ्रांस के राष्ट्रपति का समर्थन करेंगे। मजहबी कट्टरता को किसी भी तौर पर अनुमती नहीं मिलनी चाहिए। पूरी दुनिया में एक स्वर में ये बात उठनी चाहिए। आपने तो मेरे ऊपर ही तोप तान दी कि एक के लिए बोल रहा हूं और दूसरे के लिए नहीं? मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि आप भी कल को मेरे ऊपर प्रश्न चिह्न उठाओगे कि आप एक के बारे में क्यों बात कर रहे हो।’
उन्होंने आगे कहा कि- ‘मैं सबके बारे में बात कर रहा हूं, मैं अपने बारे में भी बात कर रहा हूं। मैं लोगों के प्रति, आध्यात्म के प्रति, अपने देश के प्रति 100% निष्ठा रखता हूं। दूसरे को नफरत-घृणा की दृष्टि से नहीं देखता हूं। किसी को इसकी इजाजत नहीं होनी चाहिए। जो ऐसा कर रहे हैं…मैं पहले भी कह रहा हूं कि आखिर इस्लाम धर्म ही क्यों कट्टरता के लिए जाना जा रहा है? आकाओं को सोचने की जरूरत है।
कहीं ऐसा न हो कि इस्लाम को लोग और भी ज्यादा आतंकवाद से जोड़ने लगें। लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता हूं, कि सारी दुनिया के मुसलमान आतंकवादी होते हैं। मैं ये भी नहीं कहता कि सारे मुसलमान कट्टरवादी होते हैं।’ सरदाना इस दौरान पूछते हैं- ये लड़ाई इस्लाम के खिलाफ है या आतंकवाद के खिलाफ? इस पर बाबा रामदेव कहते हैं- फ्रांस की लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है, इस्लाम के खिलाफ नहीं है।