Yamunanagar Haryana Vidhan Sabha Election/Chunav Result 2024: यमुनानगर विधानसभा सीट हरियाणा की अहम सीटों में से एक है। इस सीट की किस्मत का फैसला आज हो गया है। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी घनश्याम दास ने जीत का परचम लहराया है। इस सीट पर 18 चरणों में वोटों की गिनती हुई, जिसमें बीजेपी के घनश्याम दास ने 73185 वोट हासिल किए। वहीं, उनके सामने कांग्रेस के रमन लाल त्यागी चुनावी मैदान में थे, जिन्होंने 50748 वोट हासिल किए। दोनों ही उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर रही। इनके बीच 22437 वोटों का फासला रहा।

वैसे तो हर एक सीट अहम है लेकिन उनमें से एक सीट यमुनानगर की भी है, जहां से दो बार से लगातार जीतती आ रही बीजेपी के लिए इस बार कांग्रेस ने कड़ी चुनौती पेश की थी। लेकिन, इस सीट को तीसरी बार जीत कर बीजेपी ने इतिहास रच दिया है।

यमुनानगर सीट पर इस बार कौन है प्रत्याशी

यमुनानगर सीट से बीजेपी पिछले दो बार से लगातार जीतती आ रही है। इसलिए इस सीट में बीजेपी ने कोई बदलाव नहीं किया है। इस बार भी पार्टी ने इस सीट से घनश्याम अरोड़ा को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने यहां से रमन लाल त्यागी को उतारा गया है। आम आदमी पार्टी ने इस सीट से चुनावी मैदान में ललित त्यागी को उतारा है। अब यह देखना है कि इस बार यहां कौन जीत हासिल करने में कामयाब हो पाता है।

यमुनानगर विधानसभा सीट चुनाव नतीजे 2024वोट
पार्टीउम्मीदवार
बीजेपीघनश्याम अरोड़ा
कांग्रेसरमन त्यागी

2019 विधानसभा चुनाव के नतीजे

2019 में यहां कुल 43.02 प्रतिशत वोट पड़े। 2019 में भी बीजेपी के घनश्‍याम दास अरोड़ा ने आईएनएलडी के दिलबांग सिंह को 1455 वोटों के मार्जिन से हराया था। घनश्याम अरोड़ा इस सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने थे, जो कि बीजेपी के लिए एक राहत का नतीजा था। अब यह देखना होगा कि क्या इस बार वे जीत की हैट्रिक लगा पाते हैं या नहीं।

यमुनानगर विधानसभा चुनाव
उम्मीदवार का नाम पार्टी वोट
1घनश्याम अरोड़ाबीजेपी64848
2दिलबाग सिंहकांग्रेस63393

2014 विधानसभा चुनाव के नतीजे

2014 के चुनाव में बीजेपी के घनश्याम दास ने 79,743 यहां से जीत हासिल की थी। आईएनएलडी के दिलबाग सिंह को 51,498 वोट मिले थे। इस तरह बीजेपी ने 28245 मतों से यह सीट जीत दर्ज की थी। मोदी लहर में यहां कांग्रेस की हालत बेहद खराब हो गई थी और वह तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।

अब यह देखना होगा कि आज जो नतीजे सामने आते हैं, उसमें कांग्रेस की सीट पर 10 साल बाद वापसी होती है या नहीं।