बीजेपी ने केरल की पथानामथिट्टा सीट से अनिल एंटनी को लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। अनिल एंटनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे हैं। अनिल एंटनी का यह पहला चुनाव होगा और वह बीजेपी के लिए पथानामथिट्टा जैसी मुश्किल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
अनिल एंटनी जब बीजेपी में शामिल हुए थे, तब उनके पिता एके एंटनी ने कहा था कि उन्हें उनके बेटे के फैसले के बारे में जानकारी नहीं और उन्हें खुद टीवी के जरिए इसका पता चला। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपने बेटे के फैसले को स्वीकार कर लिया है और वह घर में राजनीति को लेकर चर्चा नहीं करेंगे।
अनिल एंटनी टेक एंटरप्रेन्योर हैं और उनकी पढ़ाई लिखाई भी इंजीनियरिंग में ही है। अनिल एंटनी ने 2007 में तिरुवनंतपुरम के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया और उसके बाद मास्टर्स करने के लिए अमेरिका चले गए। अनिल ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइंस एंड इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया।
कांग्रेस डिजिटल मीडिया सेल के रह चुके हैं कन्वीनर
हालांकि अनिल एंटनी सक्रिय रूप से कांग्रेस में शामिल नहीं हुए थे लेकिन वह अपने पिता की मदद करते थे, जोकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके थे। 2019 में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिजिटल मीडिया सेल में अनिल एंटनी शामिल हुए। इसके बाद उन्हें कांग्रेस के सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन सेल का कन्वीनर भी बना दिया गया।
ईसाइयों को साधने का प्रयास
अनिल एंटनी ईसाई समुदाय से आते हैं और केरल ईसाई बहुल राज्य है। बीजेपी केरल में ईसाइयों को साधने का प्रयास कर रही है और कई नेताओं को अपने पार्टी में शामिल कराया है। अनिल एंटनी उसमें से बड़ा नाम है, जो युवा चेहरा भी हैं।
हालांकि अनिल एंटनी को पार्टी द्वारा पथानामथिट्टा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाए जाने पर भाजपा में शामिल हुए पीसी जॉर्ज ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि पार्टी के इस कदम से इस लोकसभा सीट पर जीत की संभावनाएं लगभग न के बराबर है। उन्होंने यह भी कहा कि अनिल एंटनी को कोई नहीं जानता। पीसी जॉर्ज हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।