उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक साथ चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 63 लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस ने शनिवार देर रात उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। देवरिया लोकसभा सीट से कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है।

38 साल पहले कांग्रेस से शुरू किया था अपना राजनीतिक सफर

अखिलेश प्रताप सिंह काफी चर्चित नेता हैं और टीवी पर कांग्रेस का पक्ष रखते हैं। वर्तमान में वह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। अखिलेश प्रताप सिंह ने 38 साल पहले अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू किया था। अखिलेश प्रताप सिंह 1986 में यूपी यूथ कांग्रेस के प्रवक्ता बने और उसके बाद उन्होंने यूथ कांग्रेस में सेक्रेटरी, जनरल सेक्रेटरी, वाइस प्रेसिडेंट और कार्यकारी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाली।

इसके बाद अखिलेश प्रताप सिंह का प्रमोशन हुआ और 1995 में वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता बना दिए गए। उन्हें मीडिया डिपार्टमेंट का अध्यक्ष भी बना दिया गया। इस दौरान अखिलेश प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश में काफी चर्चित नाम हो चुके थे। वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव थे और कांग्रेस ने अखिलेश प्रताप सिंह को उत्तर प्रदेश की रुद्रपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। उन्होंने जीत दर्ज कर ली और वह विधानसभा पहुंच गए।

2012 में ही भारतीय कांग्रेस ने अखिलेश सिंह को नेशनल मीडिया पैनलिस्ट भी बनाया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में वह हार गए। इसके बाद उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया और वह राष्ट्रीय चैनल पर पार्टी का पक्ष रखने लगे।

40 साल से नहीं जीती बीजेपी

देवरिया लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने आखिरी बार 40 साल पहले 1984 में जीत दर्ज की थी। 1984 में कांग्रेस के टिकट पर राजमंगल पांडे ने जीत हासिल की थी। उसके बाद से आज तक देवरिया सीट पर कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई। देवरिया लोकसभा सीट से अखिलेश प्रताप सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का नाम चल रहा था। लेकिन अब अखिलेश प्रताप सिंह के नाम पर मुहर लग गई है।