पश्चिम बंगाल की मुख्यंमत्री ममता बनर्जी का काफिला शनिवार को मेदनीपुर के चंद्रकोना शहर से गुजर रहा था। इस दौरान जैसे ही उनका काफिला शहर में प्रवेश किया, वहां मौजूद कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगाया। ममता की गाड़ी का शीशा खुला हुआ।
जयश्री राम का नारा सुनकर ममता ने अपनी गाड़ी रुकवाई। ममता ने गुस्से में नीच उतर कर लोगों से कहा कि वे भाग क्यों रहे हैं। ममता की कार सबसे आगे चल रही थी। काफिले की पहली कार रुकने के बाद से पीछे की गाड़ियां भी लगातार एक के बाद एक कर रुक गईं। इसके बाद वहां लोगों को हुजूम एकत्रित हो गया।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में घाटल के तीन लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है ये ही वो लोग हैं जिन्होंने ममता के काफिले के गुजरने के दौरान कथित रूप से जय श्री राम का नारा लगाया था।
दरअसल, ममता बनर्जी आरामबाग संसदीय सीट पर चुनाव प्रचार कर लौट रही थीं। इस सीट पर सोमवार को मतदान होना है। पश्चिम बंगाल में इस बार ममता बनर्जी और भाजपा के बीच टक्कर मानी जा रही है। कांग्रेस और लंबे समय तक यहां सत्ता में रहा वाम दल मुकाबले में ज्यादा मजबूत नहीं दिखाई दे रहा है।
मोदी लहर में जीती थी सिर्फ 2 सीटः भाजपा के पास स्थानीय नेताओं की कमी हैं लेकिन फिर भी राज्य की 42 में 10 सीटें ऐसी हैं जहां माना जा रहा है कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। भाजपा का कहना है कि वह इस बार कम से कम 20 जीतकर अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहती है। साल 2014 में मोदी लहर के बावजदू भाजपा यहां सिर्फ 2 सीट जीतने में ही सफल हो पाई थी।
आरएसएस नेता को जीत की जिम्मेदारीः भाजपा ने इस बार यहां पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने आखिरी समय में यहां चुनाव जीतने की जिम्मेदारी आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुनील देवधर को सौंप दी थी। सुनील देवधर ने पार्टी को त्रिपुरा में भाजपा को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई थी।