पूर्वी उत्तर प्रदेश कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का तीन दिवसीय यूपी दौरा बुधवार (20 मार्च, 2019) को पूरा हो गया। आम चुनाव से ऐन पहले नाव के रास्ते वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ वाराणसी पहुंचीं थीं, जहां कई घरों के लोगों ने उन पर पुष्प वर्षा की। प्रियंका का काफिला जैसे ही वहां की गलियों से गुजरा, लोग उनके स्वागत में उन पर गुलाब की पंखुड़ियां डालने लगे।
हालांकि, कुछ क्षणों के लिए पंखुड़ियां उनकी आंखों के आड़े आईं। पहले तो प्रियंका ने हाथ लगा, उनसे बचना चाहा। सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के कमांडो को ये बात समझ में आई, वह उन्हें फूलों की पंखुड़ियों से बचाने के लिए ढकने की कोशिश करने लगे। पर प्रियंका ने फट से उनके हाथ हटा दिए।
करीब सौ किलोमीटर की दूरी गंगा नदी मार्ग से तय करने के बाद प्रियंका ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह सोचना बंद करना चाहिए कि जनता मूर्ख है। आगे वहां के रामनगर में जब वह पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास पर गईं तो वहां कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई। देखें क्या हुआ था, घटना के दौरानः
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए, ”गली गली में शोर है, चौकीदार चोर है” तो भाजपा समर्थकों ने ”मोदी—मोदी” के नारे लगाए। दोनों पक्षों के नेताओं के बीच-बचाव के बाद विवाद शांत हुआ। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक माहौल को परखने निकलीं प्रियंका की गंगा यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खासा उत्साह नजर आया।
पीएम पर जुबानी वार करते हुए प्रियंका आगे बोलीं- प्रधानमंत्री ने इस देश की हर संस्था पर पिछले पांच साल के दौरान प्रहार किया। बकौल नेत्री, ””इसलिए मैं सोचती हूं कि प्रधानमंत्री को यह सोचना बंद करना चाहिए कि जनता मूर्ख है। उन्हें समझना चाहिए कि जनता सब कुछ देखती समझती है। मैं बिल्कुल डरती नहीं हूं। चाहे कुछ भी करें, हमें जितना भी प्रताडित करें, हम डरते नहीं हैं। हम उनके खिलाफ लडते रहेंगे जितना हमें प्रताड़ित करेंगे, उतनी जोर से हम लड़ेंगे।”