2024 का लोकसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में कई दिग्गज नेताओं की भी प्रतिष्ठा दांव पर होगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में कई दिग्गज नेताओं को बहुत ही कम अंतर से जीत-हार मिली थी। इनमें कई बड़े नाम है। 2019 के लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव, संबित पात्रा समेत कई बड़े नेता चुनाव हार गए थे।
मेनका गांधी
मेनका गांधी वर्तमान में सुल्तानपुर से बीजेपी की सांसद हैं। भाजपा की फायरब्रांड नेता मेनका गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल 14,526 वोटों के अंतर से जीत मिली थी। जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं बीएसपी के चंद्रभद्र सिंह को मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार संजय सिंह को 41,681 वोट मिले थे। अगर कांग्रेस भी महागठबंधन में शामिल होती तो शायद मेनका गांधी चुनाव हार जाती। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर मेनका लड़ेंगी या नहीं, यह अभी क्लियर नहीं है।
डिंपल यादव
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव हार गई थी। डिंपल यादव अपनी संसदीय सीट कन्नौज से चुनाव लड़ रही थीं और उन्हें भाजपा के सुब्रत पाठक ने 12,353 वोटों से हरा दिया था। यह 2019 चुनाव में बड़ा उलटफेर था क्योंकि मुलायम परिवार का कोई नेता पहली बार चुनाव हारा था। 2024 लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी से लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया है। वर्तमान में डिंपल यादव मैनपुरी से सांसद भी हैं।
संबित पात्रा
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने संबित पात्रा को पुरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि मोदी लहर में भी संबित पात्रा 11,714 वोटों से चुनाव हार गए थे। संबित पात्रा को बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने चुनाव हराया था। हालांकि चुनाव हारने के बाद फिर संबित लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। माना जा रहा बीजेपी उन्हें फिर से टिकट दे सकती है।
चौधरी अजित सिंह
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख रहे चौधरी अजीत सिंह को मुजफ्फरनगर से हार का सामना करना पड़ा था। बड़े जाट नेताओं में शुमार चौधरी अजीत सिंह को बीजेपी के संजीव कुमार बाल्यान ने 6526 वोटों से हराया था। यह आरएलडी के लिए बड़ा झटका भी था।
जयंत चौधरी
चौधरी अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी बागपत से चुनाव हार गए थे। जयंत चौधरी को भाजपा के सत्यपाल सिंह ने 23,502 वोटों से हराया था। बागपत जाट बाहुल्य सीट है और यहां से जयंत चौधरी की हार आरएलडी को एक बड़ा झटका था। हालांकि अब जयंत NDA में हैं और राज्यसभा सांसद हैं।