Bahraich Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटे तमाम राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है। BJP ने अब तक दो लिस्ट में 267 कैंडीडेट्स के नामों का ऐलान किया है। कांग्रेस ने भी 81 प्रत्याशियों के नामों के साथ अपनी पहली लिस्ट निकाल दी है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। ऐसे ही उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से एक बहराइच महत्वपूर्ण सीटों में से एक है। वर्तमान में इस सीट से भाजपा के अक्षयवर लाल गोंड सांसद हैं।

बहराइच सीट पर 1989 से लेकर 1996 तक बीजेपी जीतती रही पर उसके बाद 1998 के चुनाव से ही कभी किसी एक पार्टी ने अपना कब्जा नहीं जमाया है। सपा इस सीट से सिर्फ 2004 में जीती है। हालांकि बहराइच लोकसभा सीट का इतिहास देखें तो यहां की जनता ने कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा सभी को बारी-बारी से मौका दिया है। 2014 और 2019 चुनावों में जीत के बाद भाजपा इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में बहराइच सीट हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रही है।

कौन-कौन है बहराइच के चुनावी मैदान में?

2024 लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशियों की लिस्ट घोषित कर दी है। सपा की ओर से जारी की गई लिस्ट में बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रमेश गौतम का नाम शामिल है। हालांकि, पार्टी ने अभी क़ैसरगंज सीट से प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। रमेश पहले बसपा में थे और 2020 में सपा में शामिल हो गए। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अभी तक बहराइच सीट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।

लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम

लोकसभा चुनाव में यूपी की बहराइच संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी अक्षयवर लाल गोंड 5.25 लाख मत पाकर विजयी हुए थे। सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी शब्बीर अहमद 3.96 वोट पाकर दूसरे नंबर पर और कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री बाई फुले 34,383 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं। अक्षयवर लाल गोंड ने 1,28,669 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

बहराइच का जातीय समीकरण

कुल पांच विधानसभा क्षेत्रों वाले लोकसभा बहराइच में बलहा सुरक्षित, नानपारा, मटेरा, महसी, बहराइच सदर सीट हैं। बहराइच जिले में दो लोकसभा सीटें आती हैं- बहराइच और कैसरगंज। बहराइच एससी सीट है। यह मुस्लिम बहुल इलाका है जिसमें 35 फीसदी से अधिक मुसलमान रहते हैं। 16 फीसदी दलित मतदाता हैं यहां और पिछड़ी जाति के लोगों की भी अच्छी खासी आबादी है। यह ग्रामीण संसदीय क्षेत्र है, जहां साक्षरता दर करीब 48.04% है। इस लोकसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 15.6% के लगभग है और अनुसूचित जनजाति 0.46% है।