उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए एबीपी न्यूज-लोकमत-सीएसडीएस ने ओपिनियन पोल किया है। इसके अनुसार, अगर समाजवादी पार्टी टूट जाती है तो यूपी में भाजपा को फायदा होगा। इस हाल में बीजेपी को 158-168 सीटें मिल सकती हैं, जबकि अखिलेश 82-92 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक सकते हैं। जबकि बसपा 110-120 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर आ सकती है। मुलायम की सपा को 9-15 सीटें मिलेंगी। अगर अखिलेश-कांग्रेस साथ लड़ते हैं तो इस गठबंधन को 133-143 सीटें, बीएसपी को 105-115 सीटें, बीजेपी व सहयोगियों को 138-148 सीटें मिल सकती हैं। अगर सपा नहीं टूटती है तो किसी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा। ऐसे हाल में 141-151 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी सबसे आगे है। जबकि भाजपा और सहयोगी दल 129-139 सीट जीतते नजर आ रहे हैं। बसपा को 93-103 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि सर्वे के अनुसार, कांग्रेस को सिर्फ 13-19 सीटें मिलेंगी। सर्वे में पूर्वी यूपी में समाजवादी पार्टी को 35 फीसदी, बसपा को 18 फीसदी और भाजपा को 30 फीसदी लोगों ने वोट देने की बात कही। पश्चिमी यूपी में बीजेपी आगे हैं। यहां उसे 37 फीसदी लोगों का समर्थन मिला है, जबकि सपा को 16 और बसपा को 12 प्रतिशत लोगों ने वोट देने को कहा है।
सर्वे में सामने आया है कि यूपी का 75 फीसदी यादव वोटर सपा के साथ है। जबकि बीएसपी के साथ 4, भाजपा के साथ 14 और कांग्रेस के साथ 5 फीसदी यादव वोटर हैं। 54 फीसदी मुस्लिम सपा के साथ हैं, जबकि बसपा के साथ 14 प्रतिशत वोटर हैं। 9 फीसदी ने भाजपा को वोट देने की बात कही और 7 ने कांग्रेस का साथ देने को कहा। 12 फीसदी सवर्ण वोटर सपा, 8 फीसदी बसपा, 55 फीसदी भाजपा , 10 प्रतिशत कांग्रेस के साथ हैं। 56 फीसदी अन्य दलित बीएसपी, 16 फीसदी सपा, 13 फीसदी भाजपा तथा 11 प्रतिशत कांग्रेस के साथ हैं। जाटव में 7 फीसदी, बीएसपी 74 फीसदी, भाजपा 8 फीसदी और कांग्रेस को 4 फीसदी ने वोट देने की बात कही।
सर्वे में हिस्सा लेने वाले 41 फीसदी लोगों को लगता है कि मायावती से बेहतर सरकार अखिलेश यादव ने दी है। यूपी सीएम के लिए पहली पसंद भी अखिलेश ही हैं। उन्हें 28 फीसदी लोग सीएम पद पर देखना चाहते हैं। जबकि मायावती को 21, योगी आदित्यनाथ को 4 फीसदी और मुलायम को 3 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया है।
समाजवादी पार्टी के वोटरों से किए गए सर्वे में 83 फीसदी ने कहा कि वे अखिलेश को सीएम चाहते हैं, जबकि सिर्फ 6 फीसदी ने मुलायम का नाम लिया। सिर्फ 2 फीसदी ने रामगोपाल यादव को सीएम चुनने की बात कही।