उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव न सिर्फ सत्ता हासिल करने की लड़ाई होगी बल्कि अनेक नेताओं की अगली पीढ़ी को सियासी विरासत सौंपने का भी मौका होगा। सपा की नई पीढ़ी के सबसे बड़े नेता बन कर उभरे अखिलेश यादव और कांग्रेस के युवा उपाध्यक्ष राहुल गांधी जहां उत्तर प्रदेश की सत्ता के लिए पहली बार एक साथ आए हैं, वहीं अनेक राजनीतिक दिग्गजों के बेटे और बेटियां भी चुनावी घमासान में उतरे हैं। दिलचस्प है कि राजनीतिक डगर पर पहली बार चल रहे कई उम्मीदवारों की काफी मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि है। वे सुनहरे करियर को छोड़ कर या दिल की आवाज सुन कर राजनीति में आए हैं। या फिर परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अपने रिश्तेदारों के लिए टिकट न मांगने की ताकीद के बावजूद पार्टी ने ऐसे उम्मीदवारों को दिल खोल कर टिकट बांटे हैं। बेटों को टिकट देने के मामले में बढ़त बनाने वाली इस पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और भाजपा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह को नोएडा से टिकट दिया है। एमिटी विश्वविद्यालय से एमबीए कर चुके 38 साल के पंकज 2002 से राजनीति में सक्रिय हैं। वे 2007 से टिकट के दावेदार थे।इसके अलावा भाजपा ने राजस्थान के राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह को अलीगढ़ की अतरौली सीट से उम्मीदवार बनाया है। भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका को पार्टी ने कैराना सीट से उम्मीदवार बनाया है। सिंह कैराना से कथित पलायन का मुद्दा उठाते रहे है।

भाजपा ने लखनऊ (पूर्व) सीट से पार्टी के पूर्व सांसद लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन उर्फ गोपालजी को उम्मीदवार बनाया है। आशुतोष इस सीट पर हुए उपचुनाव में जीते थे। पार्टी ने गोण्डा से अपने सांसद बृज भूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण को गोण्डा सीट से मैदान में उतारा है। प्रतीक मेलबर्न यूनीवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई कर चुके हैं।
भाजपा ने बसपा छोड़ कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी निराश नहीं किया और उनके बेटे उत्कर्ष को ऊंचाहार सीट से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी नेता प्रेमलता कटियार की बेटी नीलिमा कटियार को कल्याणपुर से और ब्रह्मदत्त द्विवेदी के बेटे सुनील दत्त द्विवेदी को फर्रुखाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है।कांग्रेस ने लंदन से प्रबंधन स्नातक अदिति सिंह को रायबरेली सीट से उम्मीदवार बनाया है। अदिति बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी हैं।कांग्रेस ने बाराबंकी जिले की जैदपुर सीट पर अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को उम्मीदवार बनाया है। तनुज आइआइटी रुड़की से केमिकल इंजीनियर बन चुके हैं और पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। जहां तक समाजवादी पार्टी (सपा) का सवाल है तो उसने रामपुर की स्वार सीट से अपने वरिष्ठ नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला को टिकट दिया है। एमटेक तक की शिक्षा हासिल कर चुके अब्दुल्ला भी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह, सपा ने राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल को एक बार फिर हरदोई सीट से मैदान में उतारा है। पुणे से एमबीए की डिग्री ले चुके नितिन सपा के वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल के बेटे हैं।बसपा ने कौमी एकता दल के पार्टी में विलय के बाद मुख्तार अंसारी के बेटे और राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज अब्बास अंसारी को घोसी सीट से उम्मीदवार बनाया है। वह पहली बार चुनाव मैदान में हैं।