समाजवादी पार्टी में जारी वर्चस्व की लड़ाई में फंसे यादव परिवार के एक होने की समर्थक दुआ कर रहे हैं। ऐसे में लखनऊ के बंथरा में सपा कार्यकर्ताओं ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा और हवन कराया है, ताकि मुलायम-अखिलेश एक रहें। कार्यकर्ताओं ने भगवान से प्रार्थना की कि जल्द से जल्द यह झगड़ा खत्म हो जाए और पिता-पुत्र मिलकर विधानसभा चुनावों में पार्टी को मजबूत करें। समाजवादी पार्टी में जारी कलह और सुलह की कोशिशों के बीच अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। शनिवार को भी दोनों गुटों में बैठकों का दौर चलता रहा। अध्यक्ष पद पर दोनों गुटों में पेंच फंसा हुआ है। इसबीच अखिलेश यादव गुट की तरफ से रामगोपाल यादव ने शनिवार को चुनाव आयोग में 1.5 लाख पन्नों का दस्तावेज सौंपा। आयोग ने 9 जनवरी तक दोनों गुटों से अपने समर्थक विधायकों, विधान पार्षदों और सांसदों समेत अन्य नेताओं का हस्ताक्षरयुक्त हलफनामा सौंपने को कहा है। इसी के मद्देनजर रामगोपाल यादव ने सात प्रतियों में इन दस्तावेजों को आयोग के कार्यालय में जमा कराया है।
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि सोमवार को मुलायम सिंह चुनाव आयोग जाकर समर्थक विधायकों, सांसदों और प्रतिनिधियों के दस्तावेज सौंपेंगे और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने आयोग को पत्र लिखकर समय मांगा है।
दस्तावेज सौंपने के बाद अखिलेश गुट के रामगोपाल यादव ने दावा किया कि 90 फीसदी जनप्रतिनिधि एवं प्रतिनिधि अखिलेश यादव के साथ हैं। इसलिए अखिलेश गुट ही असली समाजवादी पार्टी है। उन्होंने इसी के तहत साइकिल निशान पर दावा ठोका है और मांग की कि उनके गुट को साइकिल दिया जाना चाहिए।

