उत्तर प्रदेश में अपने पहले जनसंपर्क अभियान पर निकलीं प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार को चुनाव के 80 प्रतिशत बनाम 20 फीसदी के बीच होने जैसा बयान देने की बजाय रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा से जुड़े आंकड़े सामने रखने चाहिए। उधर, योगी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके समय में नौकरी को लेकर एक पैसे की रिश्वत लेने का आरोप नहीं है।
प्रियंका ने नोएडा में कहा कि यह सरकार विकास से जुड़े मुद्दों पर कोई जवाबेदही नहीं दिखा रही है। उन्होंने भाजपा पर जाति एवं धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नौकरियों, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सुरक्षा के बारे में बात करने की जरूरत है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उन नौजवानों के बारे में बात करिये, जिनके पास नौकरी नहीं है। शिक्षा के बारे में बात करिये। यह बताइए कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए आपने कितना बजट दिया है। कोविड के दौरान आपने कितने पैसे खर्च किए।
उन्होंने कहा कि लोगों को राजनीति के इस तरीके में बदलाव करना होगा। प्रियंका गांधी ने कहा कि तीन दशक के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाड़ लड़ाई में प्राथमिकी, अदालती कार्यवाही या जेल का सामना करने के लिए तैयार हैं। नोएडा में 10 फरवरी को मतदान होना है।
उधर योगी ने एक जनसभा में कहा कि पांच साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे, उनका कहा शासन का आदेश था लेकिन पांच साल में हमारी सरकार प्रदेश को इन हालातों से बाहर निकाला है और यह कोई मामूली काम नहीं है। उनका कहना था कि यूपी सरकार ने 5 लाख युवाओं को रोजगार दिए लेकिन उसके बाद भी कोई स्कैम सूबे में नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि कोई भूल नहीं सकता कि पांच साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी। पांच साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे। उनका कहा शासन का आदेश था। पांच साल पहले व्यापारी लुटता, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब यह क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था तो तब की सरकार उत्सव मना रही थी।