सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वांचल के कई जिलों में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तरप्रदेश में डकैती और रेप की घटनाओं में कमी आई है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि हमें ऐसे दावों पर यकीन नहीं है।
दरअसल संतकबीर नगर के मेंहदावल में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 5 साल पहले तक डकैती में, महिलाओं के साथ अत्याचार में, अपहरण-फिरौती में, हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश नंबर एक था। योगी आदित्यनाथ की सरकार में यूपी में डकैती के मामलों में 70% की कमी, लूट में 69%, हत्या में 29%, रेप के मामलों में 52% की कमी आई है।
अमित शाह के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर रिएक्शन दिए। ट्विटर हैंडल @Patel_JayBalaji ने लिखा कि बात ये है कि आपके ऐसे आंकड़ों पर कोई भरोसा नहीं करता। इसके अलावा एक यूजर ने लिखा कि सर जी आपकी सरकार के जाने का टाइम आ गया है। वहीं ट्विटर हैंडल @realshivamg ने लिखा कि योगी सरकार में यूपी बना महिलाओं के लिए काल।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने पिछले साल 2020 में हुए अपराधों का आंकड़ा जारी किया था। क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार देश में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध यूपी में दर्ज किए गए। हालांकि साल 2019 की तुलना में 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम दर्ज किए गए। इसके अलावा रेप के मामलों में उत्तरप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर था। दलितों के खिलाफ अपराध के मामले में भी उत्तरप्रदेश सबसे ऊपर था।
इसके अलावा साल 2020 में पूरे देश में कुल 29,193 हत्या के मामले दर्ज किए गए थे। जिसमें से 3,779 मामले सिर्फ यूपी में दर्ज किए गए थे। इसके अलावा दहेज़ हत्या के मामले में भी यूपी सबसे टॉप पर है। साल 2020 में उत्तरप्रदेश में दहेज़ हत्या के कुल 2,274 मामले दर्ज किए गए। हिंसक अपराध के भी सबसे ज्यादा मामले उत्तरप्रदेश से ही सामने आए। हालांकि 2019 की तुलना में 2020 में कम मामले दर्ज किए गए।
