शुक्रवार को योगी आदित्यानाथ कैबिनेट में मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने बलिया के फेफना विधानसभा से नामांकन दाखिल किया। नामांकन के लिए देर होने के कारण वे कलेक्ट्रेट तक दौड़ लगाकर पहुंचे और अपना पर्चा दाखिल किया।
दरअसल शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के लिए तीन बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। लेकिन गाजे बाजे और समर्थकों के हुजूम के कारण योगी सरकार में खेल मंत्री उपेन्द्र तिवारी देर से कलेक्ट्रेट पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब उपेन्द्र तिवारी कलेक्ट्रेट पहुंचे तो नामांकन के लिए सिर्फ पांच मिनट ही बचा था। फिर क्या था वे अपने प्रस्तावकों के साथ दौड़ते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और नामांकन दाखिल किया।
शुक्रवार को चुनाव आयोग के सामने दायर किए गए हलफनामे में मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने बताया कि उनकी पत्नी के ऊपर 2 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। उनकी चल और अचल संपत्ति भी 2 करोड़ के पार है। इसके अलावा उनके पास एक पिस्टल और करीब 17 लाख का सोना है। मंत्री के पास एक पुरानी क्वालिस गाड़ी भी है। वहीं उपेन्द्र तिवारी के ऊपर करीब पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं लेकिन किसी भी मामले में दोष सिद्ध नहीं हो पाया है।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उपेन्द्र तिवारी ने बसपा के अंबिका चौधरी को चुनाव हराया था। पिछले चुनाव में भाजपा के उपेन्द्र तिवारी को 70588 और बसपा के अंबिका चौधरी को करीब 52691 वोट मिले थे। इससे पहले के चुनाव में भी उपेन्द्र तिवारी ने अंबिका चौधरी को हराया था। लेकिन 2012 के चुनाव में अंबिका चौधरी ने सपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि 2012 से फेफना विधानसभा को कोपाचिट विधानसभा के नाम से जाना जाता था। अंबिका चौधरी कोपाचिट से तीन बार सपा के टिकट पर विधायक चुने गए हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होगा। चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च का होगा। 10 मार्च को मतगणना होगी।