UP विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में चुनाव लड़ने वाले कुल 170 या 28 फीसद उम्मीदवार आपराधिक मामलों से गुजर रहे हैं। वहीं 35 सीट पर कुल 65 प्रतिशत रेड अलर्ट पर हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, इसमें तीन या अधिक चुनाव लड़ने वाले नेता शामिल हैं।
रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि 607 उम्मीदवारों में से 170 (28%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। जबकि 131 (22%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
54 सीटों पर सातवें चरण में चुनाव
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एडीआर के मुताबिक, 613 में से 607 उम्मीदवारों के हलफनामें का विशलेषण किया गया है। जिनका 54 सीट पर अंतिम चरण में चुनाव होने वाला है। वहीं छह उम्मीदवारों का विशलेषण नहीं किया गया है, क्योंकि उनके हलफनामे या तो बुरी तरह से स्कैन किए गए थे या चुनाव आयोग की वेबसाइट पर पूर्ण हलफनामे अपलोड नहीं किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 54 में से 35 निर्वाचन क्षेत्र ‘रेड अलर्ट’ हैं।
भाजपा के 47 उम्मीदवारों में से 26 उम्मीदवारों पर अपराधिक मामले
अपराधिक मामलों में सपा के 45 उम्मीदवारों में से 26 (58%), बीजेपी के 47 उम्मीदवारों में से 26 (55%), बसपा के 52 उम्मीदवारों में से 20 (38%), अन्य 54 उम्मीदवारों में से 20 (37%) हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के 47 उम्मीदवारों में से आठ (17%) ने हलफनामे में अपराधिक मामला घोषित किया है।
महिला के खिलाफ और बलात्कार के भी मामले दर्ज
न्यनतम 11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं, जिनमें दो ने बलात्कार से संबंधित मामले (धारा 376) घोषित किए हैं। सात उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या (आईपीसी की धारा 302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं जबकि 25 उम्मीदवारों ने हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा-307) से मामले घोषित किए हैं।
अमित शाह ने कहा- बाहुबलियों को मत जिताना
उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ”मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस बार बाहुबलियों को मत जिताना। ऐसे उम्मीदवारों को जिताएं, जिसके डीएनए में सेवा का संस्कार है। जो छीनना नहीं बल्कि देना चाहता है। जो किसी को मारता नहीं है, बल्कि मारने वाले को जेल की हवा खिलाता है।” यह पोस्ट भाजपा के ट्विटर हैंडल से डाला गया, जिसके बाद लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे।
किसानों को रौंदा गया
शशिकांत सिंह नाम का एक यूजर्स लिखते हैं कि हमने देखा है कि किस तरह से किसानों को रौंदा गया। वहीं राजेश कुमार सेठी लिखते हैं कि सारे बाहुबली तो भाजपा में ही हैं। वहीं एक और यूजर्स किसानों की शहादत भारत नहीं भूलेगा। अरुण नाम के यूजर ने कहा बुलडोजर को वोट नहीं देंगे। ऐसे ही कई रिएक्शन लोगों ने अमित शाह के बयान पर कमेंट किया है।