आज शुक्रवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव के लिए गोरखपुर शहर सीट से नामांकन किया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। गोरखपुर शहर सीट से नामांकन करने से पहले योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक जनसभा को संबोधित भी किया।
चुनाव के लिए नामांकन करने से पहले दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोनम किन्नर ने अपने साथियों के साथ मुकुट और माला के साथ योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। वो सीएम को टीका करने के लिए सवा किलो सोने का थाल और कामख्या मां का कुमकुम भी लेकर आईं थीं। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ के जीत की दुआएं भी मांगी। एक मीडिया चैनल से बातचीत में सोनम किन्नर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ यहां से लाखों लाख वोट से जीतेंगे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर बधाई गीत भी गाया।
इस हाई प्रोफाइल सीट पर सीएम योगी के नामांकन को लेकर सुरक्षा के भी बेहद पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस दौरान नामांकन कार्यालय में आतंकवादी विरोधी दस्ता भी मौजूद रहा। नामांकन से पहले योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पांच वर्षों के दौरान डबल इंजन की सरकार ने सभी की अपेक्षाओं पर उतरने का प्रयास किया है। आज प्रदेश में कोई राजनीतिक दल बीजेपी के कार्य की बुराई नहीं कर सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सबको केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी का सानिध्य मिल रहा है।
योगी आदित्यनाथ के नामांकन के प्रस्तावकों में भी भाजपा ने जातिगत समीकरण का ध्यान रखा। योगी आदित्यनाथ के चार दलित, ब्राह्मण, कायस्थ और वैश्य समाज के लोग हैं। इसमें रैदास मंदिर के अध्यक्ष विश्वनाथ, मशहूर शिक्षाविद मयंकेश्वर पांडेय, डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव और सुरेंद्र अग्रवाल शामिल रहे।
नामांकन में शामिल होने के लिए राज्य के कई साधु संत भी गोरखपुर पहुंचे। साधु संतों ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए। नामांकन से पूर्व हुई जनसभा में भी काफी संख्या में लोग जुटे लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के कारण 1000 लोग ही एकत्रित हो पाए। हालांकि लाइव प्रसारण के माध्यम से अन्य लोगों ने योगी आदित्यनाथ और अमित शाह का भाषण सुना।