स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब योगी सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान भी इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा देने के बाद दारा सिंह ने जो कुछ कहा है, वो बीजेपी को काफी चुभ सकता है। दारा सिंह ने भी मौर्य की लाइन को दोहराते हुए कहा कि उनकी बातों को बीजेपी में कभी नहीं सुना गया। इस्तीफे के बाद दारा सिंह ने सपा प्रमुख से मुलाकात भी की है।

इस्तीफा देने के बाद जब दारा सिंह, अपने सरकारी आवास पर पहुंचे तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए ये बातें कही। दारा सिंह ने कहा कि राज्य से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक ने उनकी बातों को नहीं सुना, जिससे वो आहत हैं। जिसके कारण उन्होंने बुधवार को इस्तीफा दे दिया।

उन्होंने कहा- “प्रदेश के वंचित समाज के लोगों ने, पिछड़े समाज के लोगों ने, दलित समाज के लोगों ने, नौजवान और किसान… सारे लोगों ने समर्थन दे करके पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। सरकार बनने के बाद जब उन्हें न्याय नहीं मिल पाया, इसकी गुहार हम लगाते रहे अपने बड़े नेताओं के साथ, यहां से लेकर दिल्ली तक बात को अनसुनी कर देने के बाद मुझे लगा कि न्याय नहीं मिल पाया है, तब इस्तीफा दे दिया”।

उन्होंने कहा कि अगर केंद्रीय नेतृत्व ने उनकी बात मानी हुई होती तो आज ये परिस्थिति पैदा नहीं होती। स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर दारा सिंह ने कहा कि वो वरिष्ठ नेता हैं, आज नहीं दशकों का मेरा संबंध है। लोकतंत्र में सबका अपना निर्णय होता है, कौन कहां जाता है, वो उसका अपना निर्णय होता है। भाजपा में वापस जाने के सवाल पर दारा सिंह ने कहा कि उनके पास कोई फोन नहीं आया है।

बता दें कि इनके इस्तीफे के बाद यूपी बीजेपी के बड़े नेता और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें पार्टी में वापस लौट आने के लिए कहा था। इसके लिए बकायदा उन्होंने ट्वीट भी किया था। हालांकि इस्तीफा देने के बाद दारा सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात भी कर ली है। इस मुलाकात के बाद सपा अध्यक्ष उनका सपा में स्वागत भी कर चुके हैं।

अखिलेश ने ट्वीट कर कहा- “‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएंगे… भेदभाव मिटाएंगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान ~ सबको स्थान!”