उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार की पुश्‍तैनी मानी जाती है। रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद हैं। रायबरेली में पांच विधानसभा सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को दो- दो सीटें मिली थी और एक सीट सपा के खाते में गई थी। कांग्रेस के दोनों विधायक भाजपा के उम्मीदवार बन चुके हैं।

सदर विधानसभा में कांग्रेस की मौजूदा विधायक अदिति सिंह भाजपा की उम्मीदवार बनी हैं। इनके खिलाफ कांग्रेस से डा मनीष सिंह चौहान और सपा से आरपी यादव हैं। सदर यादव बहुल माना जाता है, जिससे त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं। सदर में भाजपा के साथ अदिति सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर है।

सरेनी में कांग्रेस की सुधा द्विवेदी, भाजपा के धीरेंद्र सिंह और सपा से खजूर रजवाड़े के राजा वीरेंद्र सिंह हैं। वीरेंद्र स‍िंंह तीन बार विधायक बन चुके हैं। इससे रजवाड़े की प्रतिष्ठा सरेनी में फंसी है। ऊंचाहार में कांग्रेस के अतुल सिंह, भाजपा के अमरपाल मौर्या और सपा से मनोज पांडेय मैदान में हैंं। पांडेय ऊंचाहार में दो बार सपा के विधायक रह चुके हैं। लेकिन लड़ाई त्रिकोणीय मुकाबले में है। 

हरचंदपुर में कांग्रेस के विधायक राकेश सिंह भाजपा के उम्मीदवार बने हैं। सपा के विधायक रह चुके सुरेंद्र विक्रम सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार बने हैं। सपा से राहुल लोधी हैं। बछरावां आरक्षित सीट है। इस पर सुशील पासी कांग्रेस, श्याम सुंदर भारती सपा और भाजपा अपना दल के गठबंधन में लक्ष्मीकांत रावत उम्मीदवार हैं। यहां भी त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।

सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा रायबरेली के चुनाव प्रभारी हैं। उन्‍होंने रायबरेली के भुएमऊ में डेरा डाल रखा है। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रायबरेली आने वाले हैं। शर्मा ने कहा कि 2017 के चुनाव में भाजपा की लहर चल रही थी। लेकिन कांग्रेस के दो विधायक चुने गए थे। इस बार कांग्रेस के साथ जनता निकल पड़ी है। रायबरेली में कांग्रेस और भाजपा दोनों की महिलाओं का संगठन घर- घर चुनावी प्रचार में जुटा है। ऐसे में पर‍िणाम को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।