उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के दो दिन बाद ही कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले इमरान मसूद ने अपने समर्थकों के साथ अखिलेश यादव की पार्टी सपा का दामन थामने का ऐलान कर दिया। वहीं, कांग्रेस छोड़ सपा का दामन थामने का ऐलान करने के कुछ देर बाद ही इमरान मसूद और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई।
इमरान मसूद ने सहारनपुर स्थित अपने आवास पर समर्थकों के साथ बैठक की और इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी को मजबूत करने की बात कही। वहीं, इस मीटिंग के कुछ देर बाद ही सहारनपुर पुलिस ने आचार संहिता और कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के आरोप में इमरान मसूद और उनके 10 समर्थकों के साथ 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ कुतुबशेर थाने में मामला दर्ज किया है।
एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि आज इमरान मसूद ने अपने आवास पर अपने समर्थकों की भीड़ बिना पूर्व अनुमति के जुटाई थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में आचार सहिता लागू है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। वहां मौजूद लोगों में से किसी ने चेहरे को मास्क से नहीं ढका था और न ही सामाजिक दूरी का ही पालन किया गया।
एसपी सिटी ने बताया कि कुतुबशेर थाने में इमरान मसूद सहित 10 लोगों को नामजद करते हुए 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं एवं महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
दूसरी तरफ, इमरान मसूद का यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से ठीक पहले, सपा के साथ हाथ मिला लेना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इमरान मसूद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी रहे हैं। इसके पहले, इमरान मसूद ने कहा कि यूपी में सपा और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है, वर्तमान बीजेपी सरकार हिन्दू-मुस्लिम एकता की दुश्मन है। मसूद ने कहा कि अब अखिलेश यादव के नेतृत्व में नौजवानों, किसानों, व्यापारियों और महिलाओं को सुरक्षा देने वाली सरकार बनेगी।