उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा जब गांधी परिवार के काफी करीब माने जाने वाले सीनियर नेता आरपीएन सिंह पार्टी का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। सोमवार को ही उन्हें यूपी चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया था। आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया आई है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने खुद को फकीर और उन्हें राजा बताया है।
‘आजतक’ से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरपीएन सिंह के पडरौना से चुनाव लड़ने पर कहा, “वहां से मैं तीन बार से विधायक रहा हूं, हर बार पडरौना की जनता मुझे विजयी बनाकर भेजती है, वहां की जनता मुझे हाथों-हाथ लेती है। आरपीएन सिंह राजा हैं और मैं फकीर हूं। आरपीएन सिंह राजमहल में पैदा हुए हैं। राजा से लड़ाई में मैं फकीर जीतूंगा।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनाव होता है तो चुनाव में मुकाबला होना भी चाहिए। पडरौना से खुद के चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना था कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तय करेंगे कि क्या करना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जो भी जिम्मेदारी देंगे, उसका स्वागत होगा।
बेटे के लिए टिकट मांगने के आरोपों पर क्या बोले?: वहीं, अपने बेटे (उत्कृष्ट मौर्य) को एमएलसी का टिकट देने के ओमप्रकाश राजभर के दावे और भाजपा में रहते हुए बेटे के लिए विधानसभा चुनाव का टिकट मांगने को लेकर आई रिपोर्ट्स पर जब स्वामी प्रसाद मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “बेबुनियाद आरोपों का कोई कारण नहीं होता है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किस भूमिका में उनको रखेंगे, ये वह तय करेंगे।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो लोग पहले भी ये कहते रहे हैं कि मैंने अपने बेटे के लिए टिकट मांगा, वो अपनी नाराजगी मिटाने के लिए ऐसा कहते रहे हैं, बुला-बुलाकर उन्होंने टिकट दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया उनके बेटे और बेटी को बुलाकर टिकट दिया गया था।