उत्तर प्रदेश में सभी 7 चरणों के लिए वोट डाले जा चुके हैं और 10 मार्च को यूपी समेत पांच राज्यों के चुनाव के नतीजे आएंगे। लगभग सभी एग्जिट पोल यूपी में बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिखा रहे हैं। अगर एग्जिट पोल के अनुसार नतीजे आते हैं तो यूपी में दोबारा बीजेपी की सरकार बनना तय है और योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी मऊ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वर्तमान में मऊ सदर से मुख्तार अंसारी विधायक हैं।
मऊ में चुनाव प्रचार के दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अब्बास अंसारी का नाम लिए बगैर कहा था कि 10 मार्च के बाद ऐसे लोगों को उल्टा लटका देंगे। सरकार बनने पर गुंडों को ना छोड़ा जाएगा, ना ही बख्शा जाएगा। केशव मौर्य के बयान पर अब्बास अंसारी ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, “जब मैं केशव मौर्य जी से सदन में मुलाकात करूंगा, अगर वो जीत कर आ गए, उस समय देखूंगा की आमने सामने क्या बात होती है।”
अब्बास अंसारी ने आगे हिसाब-किताब वाले बयान पर कहा कि, “कुछ लोगों ने अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुए अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। सत्ता के नशे में चूर होकर लोगों के ऊपर गैरकानूनी मुकदमे दर्ज किए हैं, उनके ऊपर बुलडोजर चलाया है, जिसका परिणाम अभी है कि हाईकोर्ट ने हाल ही में इन्हें फटकार लगाई है और जुर्माना लगाया है। इन सब मामलों की जांच सरकार बनने पर करवाई जाएगी और जो भी अधिकारी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी, ताकि एक नजीर पेश हो।”
कुछ दिन पहले ही अब्बास अंसारी ने चुनाव प्रचार के दौरान एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि, “मैं जब अखिलेश यादव से मिला तब मैंने उनसे तय कर लिया था कि सरकार बनने के बाद 6 महीने तक किसी भी अधिकारी का ट्रांसफर नहीं होगा। पहले हिसाब-किताब किया जाएगा।” अब्बास अंसारी के इस बयान पर काफी विवाद हुआ था और चुनाव आयोग ने अंसारी के प्रचार करने पर 24 घंटे का प्रतिबंध भी लगाया था।
करीब 25 साल बाद मुख्तार अंसारी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उनके स्थान पर 2022 के विधानसभा चुनाव में उनके बेटे अब्बास अंसारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्तार अंसारी बांदा की जेल में बंद हैं।