UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के चुनाव में अमेठी और रायबरेली हमेशा से महत्वपूर्ण क्षेत्र रहे हैं। यहां से किस दल से कौन उम्मीदवार बनता है, इसको लेकर जनता में काफी उत्सुकता भी रहती है। दोनों जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सभी दलों की निगाहें लगी हुई हैं। फिलहाल कांग्रेस की पहली सूची में अमेठी और रायबरेली के चार उम्मीदवारों के नाम का एलान हो चुका है। इसमें तीन पासी समाज के और एक कारोबारी को टिकट मिला है। जगदीशपुर के पूर्व विधायक राधेश्याम धोबी का टिकट कट गया है, जबकि इनके नाना स्व. रामसेवक धोबी जगदीशपुर से 8 बार विधायक चुने गए थे। इस बार के चुनाव में विजय पासी कांग्रेस का चेहरा बने है।

अमेठी लोकसभा क्षेत्र में गौरीगंज सपा, अमेठी, तिलोई, सलोन और जगदीशपुर में भाजपा के विधायक हैं। लेकिन कांग्रेस के पास विधायक नहीं है। जबकि रायबरेली में एक सपा,दो कांग्रेस और दो भाजपा के पास विधायक हैं। मगर कांग्रेस के दोनों विधायक बागी होकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस की पहली सूची में सलोन विधानसभा से अर्जुन पासी, तिलोई प्रदीप सिघंल और जगदीशपुर से विजय पासी कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए गए हैं। रायबरेली के बछरावां से सुशील पासी को कांग्रेस का टिकट मिला है। अमेठी में गौरीगंज और अमेठी विधानसभा के उम्मीदवारों के नाम का एलान अभी बाकी है।

कहा जा रहा है कि अमेठी विधानसभा सीट से प्रियंका गांधी खुद चुनाव लड़ सकती है। जिससे अमेठी और गौरीगंज विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान नामांकन के समय तय होगा। कांग्रेस अमेठी और रायबरेली की दस विधानसभा सीटों पर वापसी के लिए जुटी है। इसमें अमेठी विधानसभा और रायबरेली की सदर विधानसभा पर सबकी नजर टिकी है।

अमेठी और रायबरेली की दस विधानसभा सीटों पर दो महिलाओं की प्रतिष्ठा दांव लगी है। प्रियंका गांधी सभी सीटों पर वापसी के लिए जुटी है। लेकिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पुरानी सीटों के साथ गैर दलों के कब्जे वाली सीटों पर भाजपा के वापसी की चुनौती है। जिससे अमेठी रायबरेली का विधानसभा चुनाव अहम हो गया है। अमेठी से स्मृति ईरानी के बेहद करीबी माने जाने वाले राजेश मसाला और सपा से अखिलेश यादव के करीबी अमरेंद्र सिंह पिंटू का नाम तेजी से चल रहा है। लेकिन बसपा छोड़कर अमेठी में किसी भी दल के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं हुई है। यही हाल गौरीगंज विधानसभा का भी है।