यूपी विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा का साथ छोड़कर सपा के साथ गठबंधन करने वाले ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी और अपने रिश्तों को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि मैं मुख्तार अंसारी के संपर्क में ही नहीं हूं, बल्कि मंत्री रहते हुए कई बार उनसे मिलने जेल में जाता था।
भाजपा खुद के नेताओं को देखे: राजभर ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि जब मैं मिनिस्टर था तो 6 बार बांदा जेल में और 9 बार रोपण में मुख्तार अंसारी से मिलने गया था। उनके बेटों को टिकट देने के सवाल पर राजभर ने कहा कि अगर वो मांगेंगे तो हम विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को सिर्फ अखिलेश यादव और ओपी राजभर ही दिखाई दे रहे हैं। खुद के नेताओं पर लगे आरोप नहीं दिखते।
राजभर ने कहा, “भाजपा नेताओं को लोग गांव में दौड़ा ले रहे हैं। विधायक को लोग पीट दे रहे हैं। वो अपनी गाड़ी ही छोड़कर भाग जा रहे हैं। सांसद का भी कुर्ता फाड़ दे रहे हैं लोग।” उन्होंने भाजपा नेताओं के लिए कहा, “जस करनी तस भोग विधाता, नरक जात को क्यों पछताता।”
बता दें कि जेल में बंद पूर्वांचल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने को तैयार हैं। जानकारी के मुताबिक ओमप्रकाश राजभर की पार्टी से अब्बास चुनावी ताल ठोक सकते हैं। ऐसे में राजभर ने भी साफ कर दिया है कि अगर उनसे टिकट मांगा गया तो वो विचार करेंगे।
राजभर ने कहा, “जब राजनाथ सिंह के बेटे चुनाव लड़े सकते हैं तो मुख्तार अंसारी के बेटे क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि बीजेपी नैतिकता की बात ना करें। उनके कई नेताओं पर आपराधिक मुकदमें है।
वहीं दूसरी तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सीएम योगी पर हमलावर हैं। उन्होंने योगी सरकार पर जातिवादी होने का आरोप लगाया। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को दिए एक इंटरव्यूय में अखिलेश यादव ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ठाकुरों की तरफदारी करते हैं। अखिलेश ने कहा इस सरकार में हर स्तर पर जातिगत भेदभाव किया जा रहा है।