उत्तर प्रदेश कैराना में बिना नंबर वाली एक गाड़ी से ईवीएम मिलने पर सनसनी मच गई। बता दें कि इसको लेकर सपा प्रत्याशी नाहिद हसन की बहन इकरा हसन ने अपना विरोध जताया है। बता दें कैराना में 10 फरवरी को पहले चरण के अंतर्गत मतदान हुआ था। गौरतलब है कि नाहिद हसन अभी जेल में हैं और उनकी गैर मौजूदगी में इकरा हसन उनका चुनाव अभियान संभाले हुए हैं।
ईवीएम पर लगा था जोनल मजिस्ट्रेट का स्टीकर: बता दें कि गाड़ी में मिले लावारिस ईवीएम पर कैराना निर्वाचन क्षेत्र के जोनल मजिस्ट्रेट का स्टीकर चिपका हुआ था। बता दें कि यह गाड़ी शामली-पानीपत हाईवे पर सपा कार्यकर्ताओं को मिली। इस ईवीएम को जिला मजिस्ट्रेट के सामने खोला गया। जिसके बाद उन्होंने स्वीकारा कि यह चुनाव सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन था।
भाजपा के बागी को मिला इस पार्टी से टिकट: पूर्वांचल के बलिया जिले की बैरिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने पार्टी के खिलाफ बागी तेवर अपना लिया है। बता दें कि अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले सुरेंद्र सिंह को भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दिया है। उनकी जगह पर आनंद स्वरूप शुक्ल को टिकट दिया गया है।
ऐसे में सुरेंद्र सिंह ने पहले तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। वहीं अब उन्हें बिहार में निषाद-मल्लाहों की राजनीति करने वाली वीआईपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके घर पर आए और उन्हें सिंबल देकर गए हैं। भाजपा के बागी विधायक ने दावा कि वो बलिया में भाजपा को एक भी सीट जीतने नहीं देंगे।
सीएम योगी ने साधा अखिलेश सरकार पर निशाना: शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर के ददरौल वधान सभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा में यूपी की पूर्व अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने इन पांच सालों में उत्तर प्रदेश को बदलते हुए देखा होगा। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले बिजली केवल सैफई खानदान या फिर आजम खान के लिए थी। आज 24 घंटे बिजली मिल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस केवल अपने परिवार के लिए जीने वाले लोग हैं, इन्होंने वंशवाद को बढ़ावा दिया।
दूसरे चरण में प्रत्याशियों का रिकॉर्ड: दें कि यूपी में दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा। इस दौरान प्रदेश के 9 जिलों की 55 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वहीं एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट से पता चला है कि इस चरण के 586 प्रत्याशियों में से 147 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं इनमें से 113 ऐसे प्रत्याशी हैं जो गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
इसमें सपा के 35, कांग्रेस के 23, बसपा के 20, भाजपा के 18, आप के सात और आरएलडी के एक प्रत्याशी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक 586 उम्मीदवारों में से 260 करोड़पति हैं। जिसमें बीजेपी के 52, सपा के 48, बसपा के 46 और रालोद के दो उम्मीदवारों ने खुद की एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति हलफनामे में घोषित की है। वहीं कांग्रेस के 31 और आप के 16 उम्मीदवारों के पास एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
शाहजहांपुर के ददरौल विधान सभा क्षेत्र में सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस केवल अपने परिवार के लिए जीने वाले लोग हैं, इन्होंने वंशवाद को बढ़ावा दिया।
सीएम योगी ने शाहजहांपुर में एक चुनावी रैली में अपने संबोधन में कहा कि आपने इन पांच सालों में उत्तर प्रदेश को बदलते हुए देखा होगा, पांच साल पहले बिजली केवल सैफई खानदान या फिर आजम खान के लिए थी। आज 24 घंटे बिजली मिल रही है।
यूपी में चुनावी माहौल के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पंडित दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया।
सपा पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वो तुष्टीकरण की राजनीति से वोट बटोरना ही जानते हैं। आप लिख लीजिए अखिलेश यादव खुद अपनी ही सीट से हारेंगे।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को यूपी चुनाव के दूसरे चरण से पहले वाराणसी में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "2014 के बाद हर चुनाव में कुछ विपक्षी दल हमेशा कुछ न कुछ करने की कोशिश करते हैं। जिसमें अंतरराष्ट्रीय लिंक भी जुड़ते हैं। राफेल हो, सीएए हो या कोई अन्य मुद्दा, जनता कभी भी इस तरह के कार्यों को स्वीकार नहीं करती है। लोग पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर भरोसा करते हैं।"
बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 11 फरवरी को रामपुर जाएंगे। वहां वो चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
रक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह आज घनसाली, कर्णप्रयाग और नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
दूसरे चरण में मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, सहारनपुर, बिजनौर, शाहजहांपुर और अमरोहा, संभल जिले की 55 सीटें शामिल हैं।
यूपी चुनाव: जैसे शादियां तय करते हैं, वैसे ही ध्यान से सरकार भी चुनें: नड्डा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान के बीच भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बृहस्पतिवार को मतदाताओं से पिछले प्रदर्शनों के आधार पर सरकार चुनने की अपील करते हुए कहा कि जैसे वे पूरी छानबीन के बाद शादियां तय करते हैं, उसी तरह सरकार भी चुनें। सीतापुर जिले के बिसवां इलाके में एक रैली में नड्डा ने दावा किया कि भाजपा देश में एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जबकि अन्य सभी दल एक परिवार या क्षेत्र तक सिमट कर रह गए हैं।
दांव पर लगी दिग्गजों की चुनावी किस्मत
पहले चरण में 11 दिग्गजों की चुनावी किस्मत इस चुनाव में दांव पर लगी है, जिसमें नोएडा विधान सभा से बीजेपी प्रत्याशी पंकज सिंह चुनाव लड़ रहे हैं तो कैराना से एसपी के नाहिद हसन और बीजेपी से मृगांका सिंह चुनावी मैदान में हैं। वहीं आगरा से उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मथुरा से ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ताल ठोंक रहे हैं। पहले चरण में ही गन्ना मंत्री सुरेश राणा की किस्मत भी ईवीएम में कैद होगी। साथ ही साथ बीजेपी के कद्दावर नेता संगीत सोम, कपिल देव अग्रवाल, चौधरी बाबू लाल नंद किशोर गुर्जर समेत आरएलडी के अवतार सिंह भड़ाना भी मैदान में हैं।
पहले मतदान, फिर जलपान: पीएम मोदी
पहले चरण की वोटिंग से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वोटर्स से बढ़-जढ़कर मतदान करने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में आज पहले चरण की वोटिंग है। सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे कोविड नियमों का पालन करते हुए लोकतंत्र के इस पावन पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। याद रखना है- पहले मतदान, फिर जलपान!'
'आपका एक वोट यूपी के संकल्प को मजबूती प्रदान करेगा'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, 'आज लोकतंत्र के महायज्ञ का प्रथम चरण है। आपके अमूल्य वोट की आहुति के बगैर यह अनुष्ठान पूरा नहीं होगा। आपका एक 'वोट' अपराधमुक्त, भयमुक्त, दंगामुक्त उत्तर प्रदेश के संकल्प को मजबूती प्रदान करेगा। इसलिए 'पहले मतदान फिर जलपान' तब अन्य कोई काम...'
मेरठ कैंट की 20 बूथों पर ईवीएम खराब
मेरठ कैंट की 20 पोलिंग बूथ पर ईवीएम खराब होने की खबर आ रही है। टेक्निकल डिपार्टमेंट की टीमें ईवीएम मशीनों को ठीक करने में जुट गई है।
धमका कर आरएलडी के पक्ष में मतदान करने का आरोप
शामली गढ़ी पुख्ता क्षेत्र के गांव भैंसवाल में दलित समाज के लोगों को धमका कर आरएलडी के पक्ष में मतदान करने का आरोप की तहरीर दी गई। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ SC-ST की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पहले चरण के तहत यूपी में गुरुवार को 60.51% मतदान हुआ है। सबसे ज्यादा शामली में 69.42 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके बाद मुजफ्फरनगर में 65.34 प्रतिशत, बागपत में 61.35 प्रतिशत, मेरठ में 60.91 प्रतिशत और गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में 54.77 प्रतिशत मतदान हुआ।
मेरठ में गुरुवार शाम 5 बजे तक 55.7 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले
यूपी में शाम पांच बजे तक 57.79 फीसदी मतदान हुआ है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को चुनाव आयोग से आग्रह किया कि पहले चरण के चुनाव में जहां भी ईवीएम में गड़बड़ी या धीमी गति से मतदान के आरोप लगे, वहां तत्काल कार्रवाई की जाए।
आलोचनाओं के बाद रालोद प्रमुख ने कहा है कि वो आज मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि वह मथुरा लौटेंगे और शाम छह बजे से पहले वोट डालेंगे।
बीजेपी के परिवारवाद के आरोपों पर जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा- "मैं कहना चाहता हूं कि जिनके पास परिवार होता है वो ही एक परिवार का दर्द समझ सकते हैं। बीजेपी को अपने आखिरी घोषणापत्र के लिए 2 मिनट का मौन रखना चाहिए क्योंकि वे 5 साल पहले किए गए वादों को पूरा नहीं कर सके"।
गौतमबुद्धनगर में दोपहर 3:00 बजे तक 47.25 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। नोएडा में 43 प्रतिशत, दादरी में 49 प्रतिशत और जेवर में 52.87 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है।
गाजियाबाद जिले में दोपहर तीन बजे तक लगभग 44.9% मतदान हुआ है।
लखीमपुर खीरी कांड में आरोपी और केंद्रीय गृहमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत मिलने पर जयंत चौधरी ने ट्वीट कर व्यवस्था पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा-" क्या व्यवस्था है!! चार किसानों को रौंदा, चार महीनों में जमानत…"
यूपी चुनाव के पहले चरण में दोपहर 3 बजे तक 48.24 फीसदी मतदान हुआ है।
जेवर के मतदान केंद्र पर दोपहर दो बजे तक 40 फीसदी से अधिक मतदान हुआ।(फोटो- अभिनव राजपूत)

यूपी के पहले चरण की वोटिंग शुरू होने के बाद समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके कई केंद्रों में अनियमितता, मतदाताओं को डराने-धमकाने, ईवीएम खराब होने और मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से मतदान करने से रोकने की शिकायत की है। पार्टी की ओर से बताया गया है कि बुलंदशहर जनपद की विधानसभा सिकंदराबाद 64, बूथ नंबर 227 एम एस इंटर कॉलेज में मतदान कक्ष में अंधेरा है। मतदाताओं को मतदान में परेशानी हो रही है। इसी तरह शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347, 348, 349, 350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमकाकर, कतारों से हटाकर वापस भेजे जाने का आरोप लगाया गया है।
उत्तर प्रदेश के पहले चरण के विधानसभा चुनाव में शामली जिले में सपा और रालोद गठबंधन के प्रत्याशी पर हमले किए जाने की सूचना है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है।
पहले चरण के चुनाव में कुल 623 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें भाजपा के 58, बसपा 58, कांग्रेस 58, आम आदमी पार्टी 54, राष्ट्रीय लोक दल 29, समाजवादी पार्टी 28, एआईएमआईएम 16, निर्दलीय 172 तथा 150 दूसरे उम्मीदवार शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर बताया गया है कि मेरठ जिले की विधानसभा 48, बूथ नंबर 26 पर छोटी पर्ची होने की वजह से मतदाता 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं। वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसको संज्ञान में लेकर निष्पक्ष मतदान कराना सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया गया है।
समाजवादी पार्टी ने कैराना विधानसभा के कुछ मतदान बूथों पर गरीब मतदाताओं को कथित तौर पर डरा धमका कर वापस भेजे जाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। पार्टी ने निर्वाचन आयोग और शामली के जिलाधिकारी को टैग करते हुए ट्वीट किया, "शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347, 348, 349 और 350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा-धमका कर, वोट की लाइनों से हटा वापस भेजा जा रहा है। तत्काल संज्ञान ले कार्रवाई कर सुचारू, भयमुक्त, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करे चुनाव आयोग।"
बता दें कि दूसरा चरण भाजपा के लिए काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल इस चरण में मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, सहारनपुर, बिजनौर, शाहजहांपुर और अमरोहा, संभल जिले की 55 सीटें शामिल हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो दूसरे चरण की 55 सीटों में से 38 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा हुआ था।
वहीं समाजवादी पार्टी के खाते में 15 सीटें आई थीं। इसके अलावा 2 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी। बता दें कि पिछली बार सपा और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। नतीजन मुरादाबाद मंडल में सपा का पलड़ा भारी रहा। हालांकि बाकी सीटों पर भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया था। वहीं बरेली में सपा अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी।